![उप्र : गलत सूचना फैलाने वाले सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी पर मुकदमा](https://hindi.newsroompost.com/wp-content/uploads/2020/06/Surya-pratap-singh-IAS.jpg)
लखनऊ। एक सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह के खिलाफ एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कोविड-19 स्थिति से निपटने के सरकारी प्रयासों से संबंधित ‘गलत सूचना’ पोस्ट करने के लिए मामला दर्ज किया गया है। उनके खिलाफ सचिवालय के पुलिस चौकी प्रभारी सुभाष सिंह द्वारा दायर शिकायत पर गुरुवार रात हजरतगंज पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया।
शिकायतकर्ता ने प्राथमिकी में जिक्र किया कि पूर्व नौकरशाह ने कुछ चीजें पोस्ट की थीं, जो सरकार के लिए गलत और अपमानजनक है।
सिंह ने ट्वीट किया कि एक वरिष्ठ नौकरशाह ने मुख्यमंत्री के साथ बैठक के बाद जिलाअधिकारियों को कोविड-19 के लिए ज्यादा टेस्ट कराने के लिए हड़काया था। कोविड-19 की कम जांच कराने को लेकर उन्होंने सरकार की रणनीति पर सवाल उठाया कि क्या वह कम जांच करके कोरोना के कम मामले दिखाना चाहती है।
योगी आदित्यनाथ जी कोरोना केसों की संख्या छिपाने से ना प्रदेश का भला होगा और ना ही सरकार का। कोरोना की जाँच करने की अनुमति सरकार से लेने की बाध्यता, मेरे सवाल पूछने पर मुक़दमा, ये सभी मेरे मौलिक अधिकारों का हनन है जो संविधान मुझे देता है। मेरे कुछ सवाल हैं जो मैं पूछना चाहता हूँ। pic.twitter.com/qcppHpyzMz
— Surya Pratap Singh (@suryapsinghias) June 12, 2020
हजरतगंज के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) अभय मिश्राने कहा, “पूर्व आईएएस अधिकारी के खिलाफ सरकारी आदेश की अवहेलना करने के लिए विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, जनता के मन में डर पैदा करने के इरादे से अपराध किया गया।”
मिश्रा ने यह भी कहा कि पुलिस की साइबर सेल भी इस मामले में हजरतगंज पुलिस की मदद करेगी और जांच के बाद आईटी एक्ट की संबंधित धाराओं को शामिल किया जाएगा।
इस बीच, 1982 बैच के अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने कहा कि वह पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने का इंतजार कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, “मैं इस कार्रवाई से स्तब्ध और हैरान हूं।”