newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Mohan Bhagwat On Hindu: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने हिंदुओं से पूछा अहम सवाल, मतभेद को लेकर भी कही बड़ी बात

Mohan Bhagwat On Hindu: मोहन भागवत ने सितंबर 2024 में एक किताब का विमोचन करते हुए कहा था कि हिंदू शब्द एक विशेषण है जो विविधताओं को स्वीकार करने का प्रतीक है। अक्टूबर 2024 में आरएसएस प्रमुख ने कहा था कि जाति और भाषा के मुद्दों को छोड़कर हिंदुओं को एकजुट होना चाहिए। उन्होंने कहा था कि ईश्वर ने सभी को एक बनाया, लेकिन हिंदू समाज जाति के जाल में फंस गया। मोहन भागवत और भी कई बार हिंदुओं के बारे में बयान दे चुके हैं।

कानपुर। यूपी के औद्योगिक नगर कानपुर के 5 दिन के दौरे पर आए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने हिंदुओं के बारे में बड़ी बात कही है। कानपुर में सोमवार को आरएसएस के केशव भवन का उद्घाटन करने के बाद मोहन भागवत ने कहा कि जो खुद को हिंदू कहते हैं, उनसे पूछा जाएगा कि समाज के लिए उन्होंने क्या किया? आरएसएस प्रमुख भागवत ने कहा कि जब दुनियाभर में हिंदू सुरक्षित नहीं थे, तब उनको प्रतिष्ठा भी नहीं मिली हुई थी। मोहन भागवत ने कहा कि हम मतभेद में उलझे थे। जिसका फायदा विदेशी आक्रांताओं ने उठाया।

मोहन भागवत ने कहा कि आपसी मतभेद के दौरान विदेशी आक्रांताओं ने भारत को लूटा और पीटा। उन्होंने कहा कि आरएसएस भारत में हिंदू समाज को संगठित करने का काम कर रहा है। मोहन भागवत पहले भी हिंदुओं से एकजुट रहने के लिए कह चुके हैं। उन्होंने विजयादशमी पर आरएसएस के कार्यक्रम में कहा था कि दुर्बल रहना अपराध है और हिंदुओं को संगठित और ताकतवर रहना चाहिए। इसी साल फरवरी में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने पश्चिम बंगाल के बर्धमान में हुए कार्यक्रम में कहा था कि हिंदू समाज जिम्मेदार समाज है। मोहन भागवत ने कहा था कि आरएसएस हिंदू समाज को एकजुट करने के लिए काम करता है।

मोहन भागवत ने सितंबर 2024 में एक किताब का विमोचन करते हुए कहा था कि हिंदू शब्द एक विशेषण है जो विविधताओं को स्वीकार करने का प्रतीक है। अक्टूबर 2024 में आरएसएस प्रमुख ने कहा था कि जाति और भाषा के मुद्दों को छोड़कर हिंदुओं को एकजुट होना चाहिए। उन्होंने कहा था कि ईश्वर ने सभी को एक बनाया, लेकिन हिंदू समाज जाति के जाल में फंस गया। मोहन भागवत कई बार ये भी कह चुके हैं कि सभी भारतीय हिंदू ही हैं। उनका कहना है कि अलग-अलग धर्मों के भारत में आने से पहले सभी के पूर्वज हिंदू थे। साल 2023 में मोहन भागवत ने हिंदू धर्म ग्रंथों की समीक्षा पर भी जोर दिया था। मोहन भागवत ये भी कह चुके हैं कि हर मस्जिद में मंदिर नहीं तलाशना चाहिए। उन्होंने कहा था कि कुछ लोग समझते हैं कि ऐसा कर वे हिंदुओं के नेता बन जाएंगे।