
नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी के नागपुर में आरएसएस के स्मृति मंदिर जाने पर संघ के नेता शेषाद्रि चारी का बयान आया है। अखबार दैनिक हिंदुस्तान के अनुसार शेषाद्रि चारी ने कहा है कि लोग हमेशा आरएसएस और बीजेपी के संबंधों की बात करते हैं। आरएसएस के नेता ने कहा कि पहले भी इस बारे में बात करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी के साथ आरएसएस के कोई मतभेद नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग आरएसएस और बीजेपी के बारे में कुछ नहीं जानते, वे ही कहते हैं कि दोनों में मतभेद है। शेषाद्रि चारी ने कहा कि जो लोग इस तरह की झूठी बात फैलाते हैं, वे राजनीतिक लाभ के लिए ऐसा करते हैं।
आरएसएस नेता शेषाद्रि चारी ने कहा कि संघ के पास देश से संबंधित मुद्दों के बारे में बहुत सारी राय है। उन्होंने अहम बात कही कि आरएसएस के इन मुद्दों को पीएम मोदी आगे बढ़ाएंगे और पहले भी ऐसा करते रहे हैं। शेषाद्रि चारी ने कहा कि सरकार का काम भारत को मजबूत बनाने का है। उन्होंने कहा कि एक विकसित भारत बनाना है। शेषाद्रि चारी ने कहा कि पहली बार है कि पीएम बनने के बाद मोदी स्मृति मंदिर पहुंचे। आरएसएस नेता ने कहा कि संघ के 100 वर्ष हो रहे हैं और ऐसे में ये दौरा ऐतिहासिक और बहुत महत्वपूर्ण है।
बता दें कि पीएम मोदी को सत्ता संभाले हुए 11 साल हो चुके हैं। अपने इस कार्यकाल में पहली बार वो नागपुर में आरएसएस के स्मृति मंदिर गए। जहां उन्होंने आरएसएस के संस्थापक स्वर्गीय केशव बलिराम हेडगेवार और सर संघचालक रहे गुरु गोलवलकर को श्रद्धांजलि दी। मोदी राजनीति में आने से पहले आरएसएस के ही प्रचारक हुआ करते थे। आरएसएस की तरफ से ही उनको बीजेपी में भेजा गया था। जहां अटल बिहारी वाजपेयी ने पीएम रहते मोदी को गुजरात का सीएम बनाकर राजनीति के दांव-पेच से उनको रू-ब-रू कराया। गुजरात में मोदी इतने लोकप्रिय हैं कि बीजेपी वहां उनके नाम पर चुनाव दर चुनाव जीतती रही है। वहीं, देशवासियों ने भी लोकसभा चुनावों में पीएम मोदी पर जमकर प्यार लुटाते हुए उनको तीसरी बार केंद्र की सत्ता सौंपी है।