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Antilia bomb scare case: स्कॉर्पियो एंटीलिया के बाहर मिली गाड़ी से ही अर्णब गोस्वामी को गिरफ्तार करने गए थे सचिन वाजे, रिपोर्ट में हुआ खुलासा

Antilia bomb scare case: आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि मुकेश अंबानी के घर के बार से जो स्कॉर्पियो मिली थी सचिन वाजे उसी गाड़ी से अर्णब गोस्वामी को गिरफ्तार करने पहुंचे थे। उस समय भी इस गाड़ी में फर्जी नंबर प्लेट का इस्तेमाल किया गया था। तब इस स्कॉर्पियो में मोटरसाइकिल का नंबर प्लेट लगाया गया था। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि क्या जानबूझकर सचिन वाजे पूरे मामले पर गुमराह करने की कोशिश कर रहे थे या उनकी मंशा कुछ बेहद खतरनाक काम को अंजाम देने की थी। जिसमें वह नाकामयाब रहे।

नई दिल्ली। शनिवार को एंटीलिया केस (Antilia Case) में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बड़ी कार्रवाई की है। दरअसल एनआईए ने मुंबई के पुलिस अधिकारी (Mumbai Police Oficer) सचिन वाजे (Sachin Waze) को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि उद्योगपति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के मुंबई स्थित घर एंटीलिया (Antilia) के पास खड़ी कार से विस्फोटकों की बरामदगी के मामले में शनिवार को 12 घंटे की पूछताछ के बाद सचिन वाजे की गिरफ्तारी हुई है।

uddhav thackeray

इस पूरे मामले पर एक और खुलासा हुआ है। रिपोर्ट से हुए खुलासे से बेहद चौंकाने वाले इनपुट मिल रहे हैं। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि मुकेश अंबानी के घर के बार से जो स्कॉर्पियो मिली थी सचिन वाजे उसी गाड़ी से अर्णब गोस्वामी को गिरफ्तार करने पहुंचे थे। उस समय भी इस गाड़ी में फर्जी नंबर प्लेट का इस्तेमाल किया गया था। तब इस स्कॉर्पियो में मोटरसाइकिल का नंबर प्लेट लगाया गया था। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि क्या जानबूझकर सचिन वाजे पूरे मामले पर गुमराह करने की कोशिश कर रहे थे या उनकी मंशा कुछ बेहद खतरनाक काम को अंजाम देने की थी। जिसमें वह नाकामयाब रहे।

mukesh Ambani home car

बता दें कि 24-25 फरवरी की रात को जब विस्फोटक भरे स्कॉर्पियो कार को अंबानी के घर के बाहर से बरामद किया गया था तब भी इसकी नंबर प्लेट फर्जी थी। साथ ही गाड़ी में भी उस समय कई नंबर प्लेट रखे गए थे। इससे पहले सचिन वाजे ने आरोप लगाया था कि उनका पीछा किया जा रहा है और जिस गाड़ी से उनका पीछा किया जा रहा है उसके नंबर प्लेट फर्जी हैं। इसके साथ ही उन्होंने बताया था कि गाड़ी जिससे उनका पीछा किया जा रहा है उसके आगे और पीछे के नंबर प्लेट अलग-अलग हैं।

वहीं स्कॉर्पियो के साथ जो दूसरी इनोवा कार से विस्फोटक लाने का जिक्र मुकेश अंबानी के घर के बाहर किया गया था वह गाड़ी भी बरामद कर ली गई है। इस इनोवा कार में भी फर्जी नंबर प्लेट का इस्तेमाल किया गया है। ऐसे में सचिन वाजे पर शक करना लाजमी है कि वह फर्जी नंबर प्लेट के जाल में पूरे मामले को उलझा रहे हैं।


इस सब के बीच सचिन वाजे पर शक इसलिए भी गहरा हो गया कि इस सकॉर्पियो के मालिक मनसुख हिरेन की संदिग्ध परिस्थितियों में लाश मिली थी। जिसके बाद से यह मामला पेचीदा होता जा रहा था। अब भाजपा इस पूरे मामले को लेकर महाराष्ट्र सरकार पर हमलावर हो गई है।


इस मामले पर भाजपा नेता राम कदम ने सचिन वाजे का नार्को टेस्ट कराने की भी मांग की है। राम कदम ने रविवार को ट्वीट करते हुए लिखा, आखिरकार सचिन वाजे को NIA ने गिरफ्तार कर ही दिया, क्या अब सचिन वाजे को बचाने का कुकर्म करने वाली शिवसेना की सरकार देश की माफी मांगते हुए सचिन वाजे की Narco टेस्ट करेगी ? हमारी मांग है सचिन वाजेकी नार्को टेस्ट की जाय। ताकि पत्ता चले महाराष्ट्र सरकार उसे बचाना क्यों चाहती थी?


वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता किरीट सोमैया (Kirit Somaiya) ने भी सचिन वाजे की गिरफ्तारी पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि इस मामले में मुंबई पुलिस के और पुलिसकर्मी भी इसमें शामिल हो सकते हैं। साथ ही उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर हमला बोला।


इसके साथ ही किरीट सोमैया ने मांग की है कि सचिन वाजे और मनसुख हिरेन माले में मुंबई के पुलिस कमिश्नर परम बीर सिंह को तत्काल बर्खास्त किया जाना चाहिए।