नई दिल्ली। राजस्थान के करौली में सांप्रदायिक बवाल भले थम गया हो, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हिंदूवादी ग्रुप पर भड़काऊ नारे, गाने आदि चलाने का आरोप लगाकर उनको कठघरे में खड़ा कर मुस्लिम धर्म के लोगों का विश्वास जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ी लेकिन फिर भी कट्टर मुस्लिम लोग राज्य सराकर के तमाम इंतजाम को धता बताकर अपने स्तर पर ही सुरक्षा के लिए अन्य लोगों को भड़काऊ सन्देश सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भेजकर उकसा रहे है।शिक्षानगरी के नाम से देश में प्रसिद्ध कोटा जिले में जहां अभी तक कोई भी साम्प्रदायिक घटना नहीं घटी वहां सलमान पठान नामक युवक मुस्लिमों को एक व्हाट्सप ग्रुप में भड़काऊ वीडियो डालकर धार्मिक उन्माद फैलाने का प्रयास कर रहा है। कोटा के हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता योगेश रेनवाल ने पुलिस थाना जवाहर नगर में कल शाम सलमान पठान के खिलाफ लिखित शिकायत देकर मामला दर्ज करवाया है जिसमे पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए अज्ञात लोगों के ऊपर आईपीसी 1860 की धारा 295-A एवं 153-A में मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है।
योगेश रेनवाल ने शिकायत में लिखा कि, “एक व्हाट्सअप ग्रुप में पोस्ट डाली गयी जिसमे हिन्दू भगवा रैली पर पत्थर फेंकने का वीडियो था और इसी के साथ आदेश के रूप में लेख था कि मुस्लिम युवा संगठित हो जाओ और ऐसी वीडियो को ज्यादा से ज्यादा शेयर करे ताकि डरे-सहमे मुस्लिमों को हिम्मत मिले।मरना ही है तो लड़ कर मरे। मुस्लिम नवजवानों की टीम बनाओ क्योकि ऐसी भीड़ को मुस्लिम नवजवानों का संगठन ही रोक सकता है। डरो मत,आप ही शुरुआत करो, धीरे-धीरे लोग जुड़ते जायेंगे एवं मजबूत संगठन बन जायेगा। आपको अपने शहर ,अपने इलाके, अपने घर, अपनी मस्जिदों की हिफाजत खुद करनी होगी। सहमत हो तो आगे शेयर करो।”
इसके आगे रेनवाल ने शिकायत में पुलिस को बताया कि,”यह संदेश सलमान पठान वक्फ बोर्ड के मोबाइल नंबर से प्रेषित हुआ जो यह समझाना चाहता है कि इसी तरह पत्थर फेंको और शहर का वातावरण ख़राब करो। उक्त विषय पर उचित क़ानूनी कारवाही करें।”
इस मामले में जवाहर नगर थाने से सीआई रामकिशन का कहना है कि” पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद मुकदमा दर्ज कर सलमान पठान और शाहरूख को गिरफ्त में ले लिया है और इस विषय में अनुसंधान जारी है।” जबकि इस मामले में सलमान पठान से अभी संपर्क नहीं हो पाया है। सूत्रों से पता चला है कि पुलिस ने कल रात दो लोगों को गिरफ्त में लिया था जबकि अभी सुबह तक चार अन्य लोगों को भी पूछताछ के लिए उठाया है। इन सभी का सम्बंध कट्टर इस्लमिक संगठन PFI से बताया जा रहा है।