नई दिल्ली। लद्दाख सेक्टर की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों और भारतीय जवानों के बीच हुए संघर्ष में शहीद हुए कर्नल संतोष बाबू को मरणोपरांत महावीर चक्र से नवाजा गया है। उनके अलावा वीरता का ये पुरस्कार झड़प में वीरगति को प्राप्त कर चुके चार अन्य सैनिकों को भी दिया गया। देश के राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से संतोष बाबू की मां और पत्नी को महावीर चक्र पुरस्कार सौंपा। वहीं इससे एक दिन पहले आयोजित हुए अलंकरण समारोह में विंग कमांडर (अब ग्रुप कैप्टन) अभिनंदन सहित अन्य वीर जवानों को उनकी बहादुरी के लिए सम्मानित किया गया था।
गौरतलब है कि गलवान घाटी में ऑपरेशन स्नो-लैपर्ड के दौरान चीनी सेना के साथ हिंसक झड़प हुई थी। जहां कर्नल संतोष बाबू समेत पांच जवान शहीद हो गए थे। इन सभी जवानों को आज मरणोपरांत भारत के दूसरे सबसे बड़े वीरता पुरस्कार महावीर चक्र से सम्मानित किया गया। इस साल गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर गलवान घाटी में वीरगति को प्राप्त हुए सैनिको को उनके अदम्य साहस और बहादुरी के लिए उन्हें वीर चक्र दिए जाने की घोषणा की गई थी। यह पुरस्कार देश का दूसरा सबसे बड़ा वीरता पुरस्कार है।
दिल्ली: लद्दाख में गलवान घाटी में ऑपरेशन स्नो लेपर्ड के दौरान जान गंवाने वाले कर्नल संतोष बाबू को मरणोपरांत महावीर चक्र से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनकी मां और पत्नी को पुरस्कार दिया। pic.twitter.com/r3yPiYTfdK
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 23, 2021
उस समय सेना से संबंधित सूत्रों ने यह भी बताया था कि उस रात जब चीनी सेना निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक, पीछे नहीं हटी तो कर्नल बाबू स्वयं उनसे बात करने गए थे। इसी दौरान चीनी सैनिकों द्वारा उनके साथ हाथापाई की गई, जिसके बाद भारतीय जवानों ने भी जवाब दिया था। इससे दोनों तरफ से झड़प शुरू हो गई थी। पत्थर और लाठी-डंडे चले थे। दोनों पक्षों में कई लोग जख्मी भी हो गए थे।.
देखिये वीडियो
WATCH | President Ram Nath Kovind accords Mahavir Chakra (posthumously) to Col Santosh Babu for resisting the Chinese Army attack while establishing an observation post in the face of the enemy in the Galwan valley, Ladakh. @rashtrapatibhvn pic.twitter.com/yOKtb6i6zc
— Prasar Bharati News Services पी.बी.एन.एस. (@PBNS_India) November 23, 2021