अमृतसर। पंजाब की भगवंत मान सरकार के दौर में कानून और व्यवस्था की हालत कैसी बन गई है, ये इसी से पता चलता है कि बीते 24 घंटे में सूबे के धार्मिक शहर अमृतसर में दो लोगों की सरेआम और दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्या का ताजा मामला हरकिशन नगर मोड़ पर हुआ। पुलिस के मुताबिक दुबई से हाल ही में लौटे घनूपुर काले निवासी हरिंदर सिंह अपनी पत्नी सतनाम कौर और दो बेटियों के साथ बाइक पर सवार होकर गुरुद्वारे में माथा टेकने जा रहे थे। उसी वक्त बाइक से आए दो युवकों ने उन्हें घेर लिया। हरिंदर ने दोनों का मुकाबला किया। इस पर बदमाशों ने मारपीट के बाद दो गोलियां चलाईं। इनमें से एक हरिंदर के सिर पर लगी और उनकी मौत हो गई।
इससे पहले शनिवार को ही अमृतसर में जमीन के विवाद में पुलिस की मौजूदगी में ही एक स्थानीय पार्षद के बेटे ने फायरिंग कर दो लोगों को घायल कर दिया था। इनमें से एक की मौत हो गई थी। इन दोनों मामलों के बाद पंजाब की भगवंत मान सरकार को विपक्ष का फिर निशाना बनना पड़ा है। अकाली दल और बीजेपी ने पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार के दौर में लगातार बिगड़ती कानून और व्यवस्था का मसला उठाया है। अकाली दल के सुखबीर सिंह बादल और बीजेपी के मनजिंदर सिंह सिरसा ने सीएम भगवंत मान से कहा है कि वे हालात में सुधार करने के लिए कदम उठाएं, वरना काफी मुश्किल होगी।
बता दें कि मान सरकार के पद संभालने के कुछ दिन बाद ही मोहाली में आतंकियों ने खुफिया पुलिस के हेडक्वॉर्टर पर राकेट दागा था। इसके अलावा कई जगह सरकारी दफ्तरों के बाहर खालिस्तान के झंडे लगाए गए थे। नामी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या भी बीते दिनों हुई थी। जबकि, ऑपरेशन ब्लूस्टार की बरसी पर पुलिस की सुरक्षा में निकली भिंडरावाला और खालिस्तान समर्थकों की रैली की वजह से भी सीएम भगवंत मान विपक्ष के निशाने पर आए थे।