newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

NDTV के वरिष्ठ पत्रकार ने कोवैक्सीन के बारे में बोला झूठ, बाद में डिलीट किया ट्वीट, अब मांग रहे माफी

Corona Vaccine: ऐसे में खुद डॉ. अरोड़ा को मीडिया के सामने आना पड़ा और उन्होंने बताया कि ऐसी कोई बात उन्होंने श्रीनिवासन जैन से कही ही नहीं है। अपना झूठ पकड़े जाने के बाद श्रीनिवासन जैन ने कोवैक्सीन पर दी गई झूठी जानकारी वाला ट्वीट डिलीट कर दिया और अब माफी मांग रहे हैं।

नई दिल्ली। देश के सामने झूठ परोसने के लिए NDTV के पत्रकारों पर आरोप लगते रहे हैं। अब ताजा आरोप लगा है इस चैनल के वरिष्ठ पत्रकार श्रीनिवासन जैन पर। श्रीनिवासन ने कोवैक्सीन को लेकर झूठ फैलाया। इस झूठ का पर्दाफाश होने पर ट्वीट डिलीट कर अब माफी मांग रहे हैं। श्रीनिवासन जैन एनडीटीवी में बड़े पद पर हैं। उन्होंने कल वैक्सीनेशन टास्क फोर्स के प्रमुख डॉ. एनके अरोड़ा के हवाले से ब्रेकिंग खबर ट्वीट किया कि कोवैक्सीन के पहले बैच कारगर नहीं थे। इस ट्वीट को हजारों लोगों ने लाइक और रीट्वीट कर दिया और खबर वायरल हो गई। ऐसे में खुद डॉ. अरोड़ा को मीडिया के सामने आना पड़ा और उन्होंने बताया कि ऐसी कोई बात उन्होंने श्रीनिवासन जैन से कही ही नहीं है। अपना झूठ पकड़े जाने के बाद श्रीनिवासन जैन ने कोवैक्सीन पर दी गई झूठी जानकारी वाला ट्वीट डिलीट कर दिया और अब माफी मांग रहे हैं।


ट्विटर पर अपने माफीनामे में श्रीनिवासन जैन ने लिखा है कि कई लोगों ने सही कहा। मैंने डॉ. एनके अरोड़ा के इंटरव्यू के आधार पर वह ट्वीट किया था और डॉ. अरोड़ा ने साफ तौर पर नहीं कहा था कि कोवैक्सीन के खराब डोज नहीं लगाए गए। पहले ट्वीट में ठीक से मैं नहीं लिख सका। इसके लिए मैं उसे डिलीट कर रहा हूं और जो कन्फ्यूजन पैदा हुई, उसके लिए माफी मांगता हूं।

बता दें कि यह पहली बार नहीं है, जब एनडीटीवी के पत्रकारों ने वैक्सीन को लेकर गलत जानकारी दी है। वैक्सीन की कमी को भी यह चैनल लगातार बताता रहा है। सीएए के मसले पर भी परोक्ष तौर पर एनडीटीवी ने आंदोलनकारियों का पक्ष लिया था। चैनल के ही एक और वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार भी पिछले दिनों गलत जानकारी देने के बाद माफी मांग चुके हैं। हालांकि, अब श्रीनिवासन जैन का कहना है कि उनके ट्वीट का एनडीटीवी से कोई लेना-देना नहीं है और वह ट्वीट उन्होंने निजी हैसियत से किया था।