नई दिल्ली। दिल्ली के शाहीनबाग में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन को बंद करवाने को लेकर दो गुट शनिवार देर रात आपस में भिड़ गए। दोनों पक्षों में करीब आधे घंटे तक मारपीट और गालीगलौज हुई। एक गुट चाहता था कि प्रधानमंत्री के द्वारा ‘जनता कर्फ्यू’ के ऐलान का समर्थन किया जाए, जबकि दूसरा गुट इस आह्वान का पालन करने को तैयार नही था। इसी बात पर दोनों गुटों में कहासुनी हो गई। हालांकि, बाद में वहां मौजूद लोगों ने आपस मे भिड़े गुटों को समझा-बुझा कर वहां से भेज दिया और मामले को शांत करवाया।
एक गुट चाहता था कि प्रधानमंत्री के द्वारा ‘जनता कर्फ्यू’ के ऐलान का समर्थन किया जाए, जबकि दूसरा गुट इस आह्वान का पालन करने को तैयार नही था। इसी बात पर दोनों गुटों में कहासुनी हो गई। हालांकि, बाद में वहां मौजूद लोगों ने आपस मे भिड़े गुटों को समझा-बुझा कर वहां से भेज दिया और मामले को शांत करवाया।
A scuffle broke out at #ShaheenBagh after one group wanted to support #JantaCurfew and other group was opposing it. (Video shot on Saturday night). pic.twitter.com/XV5U0StLqb
— Saurabh Trivedi (@saurabh3vedi) March 22, 2020
इससे पहले भी शाहीनबाग में हल्की नोकझोंक देखी गई है और अक्सर लोग प्रदर्शन स्थल की अगुवाई को लेकर आपस मे तू-तू, मैं-मैं करते हैं, जिसकी वजह से शाहीनबाग में कई गुट बन गए है जो चाहते है कि सिर्फ हमारी बात यहां मानी जाए।
बताया जा रहा है कि वहां मौजूद एक यूट्यूबर का फोन भी तोड़ दिया गया है, क्योंकि वो झड़प के वक्त वीडियो बना रहा था।उल्लेखनीय है कि शाहीनबाग के लोगों ने 21 तारीख को एक बैठक की थी और इस बैठक में जनता कर्फ्यू का पालन करना है या नहीं, इसका फैसला होना था
जिसके बाद शाहीनबाग कि तरफ से ये फैसला लिया गया कि सिर्फ ‘जनता कर्फ्यू’ के दिन शाहीनबाग के प्रदर्शन स्थल पर 5 महिलाएं बैठेंगी और किसी तरह का कोई स्पीकर से अनाउंसमेंट नही होगा।