
नई दिल्ली। 23 जनवरी को पूरे देश में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती मनाई गई। इस दिन को केंद्र सरकार ने पराक्रम दिवस का नाम दिया है। वहीं इसको लेकर शनिवार को कोलकाता में एक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, और राज्य के राज्यपाल राज्यपाल जगदीप धनखड़ भी आंमत्रित थे। इस मौके पर पीएम मोदी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस को याद करते हुए कहा कि, हिंदुस्तान का एक-एक व्यक्ति नेताजी का ऋणी है। 130 करोड़ से ज्यादा भारतीयों के शरीर में बहती रक्त की एक-एक बूंद नेताजी सुभाष की ऋणी है। उन्होंने कहा कि, “आज जब भारत नेताजी की प्रेरणा से आगे बढ़ रहा है तो हम सभी का कर्तव्य है कि उनके योगदान को पीढ़ी दर पीढ़ी याद किया जाए। इसलिए देश ने ये तय किया है कि अब हर वर्ष हम नेताजी की जयंती, यानी 23 जनवरी को ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाया करेंगे।”
बता दें कि नेताजी को लेकर कांग्रेस के दिग्गज नेता शशि थरूर अपने एक ट्वीट को लेकर लोगों के निशाने पर आ गए। नेताजी की जयंती के एक दिन बाद यानी 25 दिसंबर को कांग्रेस नेता थरूर ने लिखा कि, “किस के हाथों वतन दे दिया, सिर नोच रहे होंगे जो आजादी के लिए लड़े …आज, सोच रहे होंगे।”
किस के हाथों वतन दे दिया, सिर नोच रहे होंगे
जो आजादी के लिए लड़े …आज, सोच रहे होंगे#NetajiSubhasChandraBose pic.twitter.com/uBrj51qPIu— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) January 24, 2021
वहीं शशि थरूर के इस ट्वीट पर लोगों ने उनकी आलोचना कर दी। लोगों ने थरूर को कांग्रेस शासन की याद दिलाई। प्रभात यादव नाम के एक यूजर ने लिखा कि, “आजादी के लिए जो लड़े उनके हांथों से कभी कांग्रेस अध्यक्ष का पद छीन लिया गया और कभी प्रधानमंत्री का पद। 47 के बाद से 2014 तक गाते रहे केवल नेहरू गांधी परिवार का गान, जब हम देश को याद दिलाने लगे पटेल-सुभाष भी थे महान, तो फिर इतनी कुलबुलाहट क्यों होने लगी श्रीमान ??”
देखिए शशि थरूर को लोगों ने किस तरह ट्रोल किया…
यही बात मौलाना आजाद साहब ने भी कहीं थी।क्यों नेहरू को कांग्रेस अध्यक्ष बनाया ?
अगर सुभाष जी को भरपूर सहयोग और समर्थन मिला होता तो देश आज बहुत आगे होता pic.twitter.com/7kO2fNwIet— Bhaskar Joshi (@bnjoshi67) January 24, 2021
अरे आप उठ गए ?
महोदय #NetajiSubhasChandraBose जी की 125 वीं जन्मजयंती कल दिनांक 23 जनवरी को मनाई जा चुकी है, आप थोड़ा सा वक्त से देर हो गए।
गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) याद है ना?— बृजेन्द्र राय (@brijendraraiup) January 24, 2021
Never gave him any respect, never acknowledged his selfless contribution, never printed a currency with his pic, never declared a national holiday on his Birthday. Ab bade bade baate karte rehte hai ye dogle log
— tanoydas (@tanoydas17) January 24, 2021
थरूर साहेब,आप केवल इतना बता दो की,नेहरू ने ब्रिटिश सरकार से कह के ,नेता जी को युद्ध अपराधी घोषित करवाया था या नहीं ?
जबाब ये सोच के देना की,ब्रिटिश और भारत के आर्काइब्स में वो लेटर प्रमाण के साथ मौजूद है।???— Alok Mishra (@AlokMis05475717) January 24, 2021
कैसे धोखेबाजों ने जासूसी करवाई हमारी , किन गद्दारों ने पार्टी से निकाल बाहर किया हमको,खुद को इतिहास के किताबो में भर लिया ,हमारी सुध कभी न उनको आयी ,खुद को तो खुद ही भारत रत्न दे दिए कई लेकिन हमारा नाम भी उन धूर्त लोगो को याद न आया ।।।
— हार्वर्ड की आलू भुजिया (@Saffron05885551) January 24, 2021
बिल्कुल,हम भी पहला प्रधानमंत्री इनको चाहते थे लेकिन अंग्रेजों ने अपने गुलामों को सत्ता सौंप कर निकल लिए थे ?
— Chinese Virus (@SSKiranSpeaks) January 24, 2021