नई दिल्ली। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार बीमार हैं और इस सप्ताह के अंत में उनकी एक सर्जरी होगी। सोमवार को पार्टी के एक शीर्ष अधिकारी ने इस बाबत सोमवार को ये जानकारी दी। NCP के राष्ट्रीय प्रवक्ता और महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री नवाब मलिक के अनुसार, 80 वर्षीय पवार ने रविवार रात पेट में दर्द की शिकायत की और उन्हें चेक अप के लिए ब्रीच कैंडी अस्पताल ले जाया गया। जांच के बात पचा चला कि उनके पित्ताशय की थैली में कुछ समस्या है। मलिक ने कहा कि पहले से चल रही दवाएं रोक दी गई हैं। अब, पवार को बुधवार को अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा और सर्जरी के बाद एंडोस्कोपी किया जाएगा। इस बीच पवार के सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं।
बता दें कि, महाराष्ट्र की राजनीति में भी उथल पुथल देखने को मिल रहा है। दरअसल NCP सुप्रीमो शरद पवार और केंद्रीय गृह म्ंत्री अमित शाह के बीच हुई ‘मुलाकात’ की मंशा को लेकर कयासबाजी तेज हो गई है। माना जा रहा है कि महाराष्ट्र में कुछ बड़ा होने वाला है। जो सत्ता पलट या NCP और भाजपा के साथ गठबंधन करके सरकार बनाने की तरफ इशारे कर रहा है। हालांकि अमित शाह ने संकेत दिया कि पवार के साथ बैठक अहमदाबाद में हुई, लेकिन उन्होंने कोई विवरण नहीं दिया। इस घटना ने कांग्रेस और शिवसेना को ऐसे महत्वपूर्ण मौके पर परेशान किया है, जब भाजपा ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर प्रहार शुरू किया है।
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस पार्टी इन गतिविधियों पर करीब से नजर रख रही है। लेकिन, जब तक कोई राजनीतिक प्रगति नहीं होती है, तब तक वह सार्वजनिक रूप से कोई टिप्पणी नहीं करेगी।
गौरतलब है कि शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने सेना के मुखपत्र ‘सामना’ में देशमुख को ‘आकस्मिक गृहमंत्री’ कहा था। यह भी दावा किया गया कि राकांपा की जो पहली पसंद थे, उनको इनकार कर दिए जाने के बाद देशमुख को पवार द्वारा इस पद के लिए चुना गया था। इस पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने कड़ी आपत्ति जताई।
वहीं NCP के राज्यमंत्री और पार्टी प्रवक्ता नवाब मलिक ने इस दावे का खंडन किया कि देशमुख को ‘गलती से’ चुना गया, जबकि उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि NCP कोटे से मंत्रियों का चयन करना शरद पवार का विवेकाधिकार था। पार्टी प्रमुख ने मुंबई पुलिस के पूर्व प्रमुख परम बीर सिंह द्वारा एक ‘विस्फोटक पत्र’ में उन पर लगाए गए गंभीर आरोपों के मद्देनजर देशमुख को क्लीन चिट देते हुए कहा है कि आरोप ‘अस्पष्ट’ हैं।