
लखनऊ। सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के सगे भाई शिवपाल सिंह यादव एक बार फिर खुलकर पार्टी के अध्यक्ष और अपने भतीजे अखिलेश यादव के खिलाफ आ गए हैं। हिंदी अखबार ‘दैनिक जागरण’ को दिए खास इंटरव्यू में शिवपाल यादव ने कहा है कि अखिलेश के सामने इस बार बीजेपी को हराने का पूरा मौका था, लेकिन विनाशकाल में उनकी बुद्धि विपरीत हो गई। शिवपाल ने ये भी कहा कि अखिलेश ने उनका और समर्थकों का अपमान भी किया। ऐसे में अब उन कयासों को और बल मिल सकता है कि शिवपाल जल्दी ही अखिलेश से किनारा कर अपनी नई राह तलाशेंगे।
अपने इंटरव्यू में शिवपाल ने आरोपों की झड़ी लगा दी। उन्होंने कहा कि जनता की आवाज पर वो सपा में आए। अखिलेश को अपना नेता माना। मुलायम और आजम खान के बाद तीसरे वरिष्ठ नेता वो ही हैं। इसके बाद भी स्टार प्रचारकों में नहीं रखा गया। कोई जिम्मेदारी भी नहीं मिली। सपा में अपमान के सिवा कुछ भी नहीं मिला। अपने अपमान का खुलासा करते हुए शिवपाल ने ये भी बताया कि उन्होंने अपनी प्रजातांत्रिक समाजवादी पार्टी यानी प्रसपा के लिए अखिलेश से 100 सीटें मांगी थीं। मना करने पर 35 सीटें मांगीं। इस पर भी अखिलेश राजी नहीं हुए। शिवपाल ने इंटरव्यू में कहा कि इस पर कम से कम 15 सीटें देने की मांग की, लेकिन मिली सिर्फ 1 सीट।
बता दें कि शिवपाल ने दो दिन पहले ही जेल में बंद आजम खान से मुलाकात की थी। आजम से मुलाकात के बाद शिवपाल सिंह ने बड़ा आरोप लगाया था कि अगर मुलायम और अखिलेश चाहते, तो आजम को लंबे समय तक जेल में नहीं रहना पड़ता। शिवपाल इससे पहले सपा के सहयोगी दलों की बैठक में भी नहीं गए थे। वो यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से भी मिले थे। दिल्ली में उनकी गृहमंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की चर्चा थी।