नई दिल्ली। केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर किसान संगठन का विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है। किसानों के आंदोलन को 9 महीने पूरे हो चुके है। किसानों के आंदोलन के जरिए विपक्षी दल सरकार को घेरने की कोशिश लगातार कर रही है और जमकर सियासत भी कर रही है। वहीं हाल ही में हरियाणा के करनाल में किसान प्रदर्शन के दौरान पुलिस द्वारा की गई लाठीचार्ज पर अब सियासत भी तेज हो गई है। इस मुद्दे को लेकर शिवसेना सांसद संजय राउत ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। लेकिन सरकार को घेरने के चक्कर में संजय राउत ने विवादित टिप्पणी कर डाली। जिसके बाद वह एक बार फिर सुर्खियों में आ गए है। दरअसल संजय राउत ने हरियाणा में किसानों पर हुए लाठीचार्ज की तालिबानी सोच से तुलना कर डाली।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने सोमवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि, ”किसानों पर लाठीचार्ज की घटना देश के लिए शर्मनाक घटना है। यह तालिबानी मानसिकता है। ये सरकार कैसे कह सकती है कि वह गरीब और किसानों की सरकार है। ये सरकार किसानों के ‘मन की बात’ को भी नहीं सुनती है।”
Attack on farmers is a shameful incident for the nation. This is a kind of Talibani mentality. How can this government say it is for the poor and for the farmers? It doesn’t even hear farmers’ ‘Mann ki Baat’: Sanjay Raut, Shiv Sena on lathicharge on farmers in Haryana pic.twitter.com/FTeICW3dV4
— ANI (@ANI) August 30, 2021
वहीं इस बयान के बाद संजय राउत सोशल मीडिया पर लोगों के निशाने पर आ गए। विशाल गुप्ता नाम के यूजर ने शिवसेना नेता पर हमला बोलते हुए लिखा, और ये राउत व उसका नेता खुद क्या करता है जब इस के कार्यकर्ता लोगों को मारते है और उन के बाल काट ते है तब वो इंसानियत दिखाते हैं क्या ??
और ये राउत व उसका नेता खुद क्या करता है जब इस के कार्यकर्ता लोगों को मारते है और उन के बाल काट ते है तब वो इंसानियत दिखाते हैं क्या ??
— Vishal Gupta Chanakya (@vishaljammu) August 30, 2021
Isko dande padne chahiye … galti se farmers ko pad gye
— Operation Gibraltar (@Ops_Gibraltar) August 30, 2021
बता दें कि अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा की ओर से दावा किया गया है कि पुलिस द्वारा लाठीचार्ज में एक किसान की मौत हो गई। किसानों ने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया और पुलिस के रवैये पर सवाल भी उठाए।