newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

महिला से अभद्रता के मामले में सलाखों पीछे पहुंच चुके श्रीकांत त्यागी को नहीं मिली कोई राहत, कोर्ट ने दिया तगड़ा झटका

वहीं, कांग्रेस समेत दूसरे विपक्षी दलों का बीजेपी पर हमला जारी था। यही नहीं, कांग्रेस ने अपने हमले को धार देते हुए त्यागी की कीर्ति आजाद संग तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर साझा भाजपा को आड़े हाथों लिया था, लेकिन बीजेपी ने इन तस्वीरों को झूठा बताया था। बता दें कि कीर्ति आजाद पहले बीजेपी में थे।

नई दिल्ली। नोएडा के अमेक्स सोसायटी में पौधा लगाने को लेकर उपजे विवाद के बीच महिला से बदसलूकी करने के आरोपों में घिरे बीजेपी के कथित नेता श्रीकांत त्यागी की जमानत याचिका सूरजपुर स्थित कोर्ट ने खारिज कर दी है, जबकि त्यागी के समर्थन में सोसायटी में घुसकर नारे लगाने वाले लोगों को जमानत दे दी गई है। इससे पूर्व विगत 11 अगस्त को भी कोर्ट ने त्यागी की जमानत याचिका को खारिज कर दिया था। बता दें कि बीते दिनों महिला से बदसलूकी के आरोपों में घिरे श्रीकांत त्यागी को लेकर खूब विवाद हुआ था। इस पूरे मसले में सियासी एंगल भी सामने आया था, जब श्रीकांत त्यागी ने खुद को बीजेपी का नेता बताने की जद्दोजहद में जुट गया था, जिसके बाद कांग्रेस समेत दूसरी पार्टियां बीजेपी पर हमलावर हो गई, लेकिन इन वार-प्रतिवार के बीच सीएम योगी आदित्यनाथ ने आरोपी त्यागी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।

वहीं, कांग्रेस समेत दूसरे विपक्षी दलों का बीजेपी पर हमला जारी था। यही नहीं, कांग्रेस ने अपने हमले को धार देते हुए त्यागी की कीर्ति आजाद संग तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर साझा कर भाजपा को आड़े हाथों लिया था, लेकिन बीजेपी ने इन तस्वीरों को झूठा बताया था। बता दें कि कीर्ति आजाद पहले बीजेपी में थे। अब टीएमसी में शामिल हो चुके हैं। बता दें कि श्रीकांत त्यागी खुद को लगातार बीजेपी का नेता बताता रहा है, लेकिन बीजेपी ने कभी उसे स्वीकार नहीं किया। यही नहीं, उसने खुद को किसान मोर्चा का अध्यक्ष भी बताया था, लेकिन पार्टी उनकी इन बातों को निर्मूल करार दिया।

shrikant tyagi

कांग्रेस का हमला लाजिमी था

आपको पता ही होगा कि कांग्रेस किसी ना किसी मसले को लेकर बीजेपी पर हमलावर ही रहती है। अब ऐसे में जब कोई शख्स खुद को बीजेपी का नेता बताकर महिलाओं से संग बेहुदगी भरे कृत्य को अंजाम दे और कांग्रेस उसे लेकर बीजेपी पर हमलावर ना हो, ऐसा भला हो सकता है क्या, ऐसा ही कुछ इस पूरे मामले में देखने को मिला है। बहरहाल, अभी यह पूरा माजरा कोर्ट में विचाराधीन है। ऐसे में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। कोर्ट आरोपी के खिलाफ क्या कुछ कार्रवाई करती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश-दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए आप पढ़त रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम