नई दिल्ली। पंजाब (Punjab) में सियासी घमासान लगातार जारी है। कांग्रेस आलाकमान से लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी राज्य में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी के अंदर मचे बवाल को शांत करने में जुटे हुए है। लेकिन नवजोत सिंह सिद्धू लगातार अपनी ही सरकार पर निशाना साध रहे है और कांग्रेस पार्टी के मुश्किलें खड़ी कर रहे है। भले ही उन्होंने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा वापस ले लिया हो। लेकिन उनकी नाराजगी कांग्रेस पार्टी पर बार-बार फूट रही है। पंजाब के महाधिवक्ता एपीएस देओल ने नवजोत सिंह सिद्धू पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए प्रेस लेटर जारी किया। इतना ही नहीं एपीएस देओल ने आरोप लगाते हुए कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू पर सियासी फायदे के लिए झूठी जानकारी फैला रहे हैं। जिसके बाद अब पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सिद्धू ने एपीएस देओल के आरोपों पर पलटवार किया है। सिद्धू ने एक के बाद एक कई सारे ट्विट्स किए है।
सिद्धू ने देओल का कहा है कि न्याय अंधा हो सकता है लेकिन पंजाब के लोग अंधे नहीं हैं। नवजोत सिंह सिद्धू ने आगे कहा है कि हमारी कांग्रेस पार्टी बेअदबी के मामलों में न्याय देने के वादे के साथ सत्ता में आई, जिसमें आप मुख्य साजिशकर्ताओं/आरोपी व्यक्तियों के लिए उच्च न्यायालय के समक्ष पेश हुए और हमारी सरकार के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए।
Mr. AG-PUNJAB, Justice is blind but people of Punjab are not. Our Congress party came in power with a promise to give justice in Sacrilege Cases, in which you appeared before the High Court for main conspirators/accused persons and made serious allegations against our Govt. 1/12 pic.twitter.com/YMjPrPBPCh
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) November 7, 2021
भले ही कांग्रेस पार्टी अदंरूनी कलह शांत होने की बात कह रही हो। लेकिन नवजोत सिंह सिद्धू के बगावती तेवर पार्टी के लिए सिरदर्द बना हुआ है। जो कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में विपक्ष के फायदेमंद साबित हो सकता है। बता दें कि इससे पहले एपीएस देओल ने सिद्धू पर सरकार के कामकाज में दखल देने का आरोप लगाया था।