नई दिल्ली। सिंघु बॉर्डर पर हुई लखबीर सिंह की हत्या के मामले में अब और ज्यादा बवाल होने के आसार लग रहे हैं। भारी संख्या में यूपी और उत्तराखंड से किसान सिंघु के लिए रवाना हो चुके हैं। फिलहाल अभी सभी किसानों को नरेला पर रोक दिया गया है। पुलिस हल्का बल प्रयोग करते हुए किसानों को आगे जाने की इजाजत नहीं दी है।
किसानों पर किया गया लाठीचार्ज
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही निहंगों ने बड़ी बेरहमी से लखबीर सिंह की हत्या कर दी थी। उसके हाथ-पैर भी काट दिए गए थे। हालांकि इस मामले में अभी तक कई लोगों को गिरफ्तारी की जा चुकी है, लेकिन अभी भी ये मामला तूल पकड़ता दिखाई दे रहा है। वहीं अब इस कड़ी में यूपी-उत्तराखंड के किसान लखबीर के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं। वे सिंघु पर जा अपनी आवाज बुलंद करने की कोशिश में लगे हुए हैं। हालांकि पुलिस को इस बात की चिंता है कि दूसरे किसानों का यूं सिंघु बॉर्डर पर पहुंचना टकराव को और भी ज्यादा बढ़ा सकता है।
हालांकि कई महीनों से किसान सिंघु बॉर्डर पर अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं अब दूसरे राज्यों के किसानों का वहां पहुंचना स्थिति को नियंत्रण से बाहर कर सकता है। ऐसे में अभी के लिए पुलिस ने यूपी-उत्तराखंड से आ रहे किसानों को आगे जाने से रोका जा रहा है। नरेला पर ही किसानों को रोका गया जिसके लिए लाठीचार्ज भी किया है। लेकिन पुलिस कह रही है कि स्थिति अब काबू में है।
पुलिस ने मामले में की कार्रवाई
लखबीर केस में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो निहंगों को गिरफ्तार किया था। हालांकि हो आरोपियों ने खुद ही पुलिस में सरेंडर कर दिया था। ऐसे में इस मामले अभी तक कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। लेकिन मामले को लेकर विवाद अभी भी जारी है। एक तरफ जहां किसान नेता राकेश टिकैत इसे केंद्र की ओर से की जा रही एक साजिश का नाम दे रहे हैं, तो वहीं सरकार भी इस किसान आंदोलन को ‘हिंसक’ बता रही है।