राज ठाकरे ने बदला पार्टी का झंडा तो जागा शिवसेना का हिंदुत्व, घुसपैठियों के लिए कही ये बात
उद्धव ठाकरे ने अपने मुखपत्र सामना में राज ठाकरे और उनकी राजनीति को लेकर तंज कसा और उनके द्वारा पार्टी का झंडा और नारा बदलने पर सवाल भी उठाया।
नई दिल्ली। बीते दिनों राज ठाकरे ने अपनी पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना(मनसे) का झंडा और नारा दोनों बदल लिया, जिसके बाद से वो मोदी सरकार की नीतियों का समर्थन करते दिखाई दे रहे हैं। मराठा मुद्दे पर राजनीति करते आ रहे राज ठाकरे अब हिंदुत्व को आगे रख रहे हैं। इसी को देखते हुए शिवसेना की बौखलाहट सामने आई है।
बता दें कि राज ठाकरे ने बीते दिनों पाकिस्तानी और बांग्लादेशी घुसपैठियों को देश से बाहर करने की बात की थी, जिसके बाद अब उद्धव ठाकरे ने भी कहा है कि, पाकिस्तानी और बांग्लादेशी मुसलमानों को बाहर निकलाना चाहिए। उन्होंने अपने मुखपत्र सामना में राज ठाकरे पर तंज कसते हुए लिखा कि पाकिस्तानी और बांग्लादेशी मुसलमानों को बाहर निकालने के लिए किसी राजनीतिक दल को अपना झंडा बदलना पड़े, ये मजेदार है।
उन्होंने लिखा कि, दूसरी बात ये कि इसके लिए एक नहीं, दो झंडों की योजना बनाना ये दुविधा या फिसलती गाड़ी के लक्षण हैं। राज ठाकरे और उनकी 14 साल पुरानी पार्टी का गठन मराठा मुद्दे पर हुआ था, लेकिन अब उनकी पार्टी हिंदुत्ववाद की ओर जाती दिख रही है।
शिवसेना का बयान उस समय सामने आया है, जब नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन्स (एनआरसी) को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दल एकजुट हो गए हैं। फिलहाल महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) गठबंधन की सरकार है।
बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और शिवसेना के बीच दरार आ गई थी। इसके बाद शिवसेना ने बीजेपी से किनारा कर लिया था और कांग्रेस व एनसीपी के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बना ली।