नई दिल्ली। तो वही हुआ जिसका आम आदमी पार्टी को डर था। मनीष सिसोदिया का नाम आरोपपत्र में आ ही गया, वो भी पहली बार। अब यह कहने में कोई गुरेज नहीं कि बीजेपी और आक्रमक अंदाज में आम आदमी पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए दिखेगी। सीबीआई जांच के बाद राउज एवेन्यू स्थित कोर्ट में आरोपपत्र दाखिल किया गया है, जिसमें पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के अलावा और लोगों को भी आरोपी बनाया गया है, जिसमें बुच्ची बाबू, अर्जुन पांडेय और अमनदीप ढल का नाम शामिल है। हालांकि, पहले के आरोपपत्रों में भी इन लोगों के नाम शुमार रहे हैं। वहीं, अदालत ने आरोपपत्र में दर्शाएं गए बिंदुओं पर बहस के लिए आगामी 12 मई की तारीख मुकर्रर की है।
बहरहाल, अब इस पूरे मामले को लेकर कोर्ट की ओर से क्या कुछ फैसला लिया जाता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन उससे पहले आप यह जान लीजिए कि बीते 26 फरवरी को सीबीआई ने आठ घंटे की मैराथन पूछताछ के बाद मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया था। सिसोदिया अभी जेल में बंद हैं। कोर्ट की ओर से अभी तक उन्हें कोई राहत नहीं मिली है। हालांकि, वे कई बार कोर्ट का दरवाजा खटखटा चुके हैं। कोर्ट का कहना है कि अगर सिसोदिया को राहत दी गई, तो वह मामले से जुड़े अहम साक्ष्यों कों प्रभावित कर सकते हैं, जिन्हें ध्यान में रखते हुए उन्हें राहत नहीं दी जा रही है। उधर, अब माना जा रहा है कि आरोपपत्र में सिसोदिया का नाम शामिल होने के बाद बीजेपी आप पर और आक्रमक अंदाज में हमलावर होगी।
बता दें कि इससे पहले दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को भी नई आबकारी नीति में घोटाले को लेकर पूछताछ के लिए तलब किया गया था। तब उनकी गिरफ्तारी की संभावना भी जताई गई थी, लेकिन ये संभावनाएं वास्तविकता में तब्दील नहीं हुईं। वहीं, पूरे मसले को लेकर आप और बीजेपी आमने सामने है। दोनों के बीच वाकयुद्ध का सिलसिला जारी है। फिलहाल मामला कोर्ट में विचाराधीन है, तो देखना दिलचस्प होगा कि सिसोदिया को राहत मिलती है या उन पर एक और गाज गिरती है।