नई दिल्ली। पश्चिमी विक्षोभ के कारण जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड की पहाड़ियों पर खूब बर्फबारी हो रही है। जम्मू-कश्मीर में 40 दिन का चिल्लई कलां शनिवार से शुरू हो चुका है। कहा जाता है कि चिल्लई कलां के दौरान सबसे ज्यादा ठंड पड़ती है। अब मौसम विभाग ने पहाड़ी और मैदानी राज्यों के मौसम के बारे में भविष्यवाणी की है। मौसम विभाग के अनुसार ताजा पश्चिमी विक्षोभ 31 दिसंबर तक सक्रिय रहने वाला है। इस दौरान जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश और बर्फबारी हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के कारण दिल्ली और आसपास के कई इलाकों में 4 दिन बाद बारिश होने के आसार है।
#WATCH | Delhi: A thick layer of fog engulfs the national capital as coldwave grips the city.
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— ANI (@ANI) December 22, 2024
मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि सोमवार से एक हफ्ते में पश्चिमी और पूर्वी यूपी समेत राज्य के तमाम जिलों में बारिश होगी। पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल में भी मौसम के बदलने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी में चक्रवातीय परिसंचरण तंत्र का असर बिहार तक देखा जा सकता है। मौसम के जानकारों के मुताबिक पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और यूपी में अगले कुछ दिनों में और कोहरा हो सकता है। इस बार अभी कड़ाके की ठंड नहीं पड़ी है, लेकिन दिसंबर के खत्म होने से पहले लोगों को तेज ठंड के कारण कांपना पड़ सकता है।
#WATCH | Odisha | Cold wave engulfs Mayurbhanj as the temperature dips in the city pic.twitter.com/KdQ0dXEtht
— ANI (@ANI) December 22, 2024
मौसम विभाग पहले ही कह चुका है कि इस साल ला नीना प्रभाव के कारण ज्यादा ठंड होगी। हालांकि, दिसंबर का करीब पूरा महीना ही कड़ाके की ठंड के बगैर गुजर गया। मौसम विभाग दिसंबर और जनवरी के महीनों को ही ठंड वाला मानता है। ऐसे में अब पूरे जनवरी महीने में ही कड़ाके की सर्दी का सामना लोगों को करना पड़ सकता है। ला नीना प्रभाव में समुद्र की सतह का तापमान कम हो जाता है। इसका असर भारत में मौसम पर पड़ता है। ला नीना प्रभाव के कारण ही इस साल औसत से ज्यादा बारिश भी हुई थी।