गोरखपुर। गोरखपुर प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लगातार दूसरे दिन मंगलवार को भी लोगों से मुलाकात और उनकी समस्या के समाधान का सिलसिला जारी रखा। सीएम योगी ने जनता दर्शन में लोगोँ की समस्याओं के समाधान के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसी भी पीड़ित व्यक्ति की समस्या के समाधान में कतई विलंब नही होना चाहिए। जनता की हर पीड़ा का निवारण सरकार की प्रमुख प्राथमिकता है।मंगलवार सुबह मुख्यमंत्री ने गोरखनाथ मंदिर परिसर में आयोजित जनता दर्शन में करीब 200 लोगों से मुलाकात की। मंदिर परिसर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के सामने इन सभी लोगों को कुर्सियों पर बैठाया गया था। मुख्यमंत्री खुद चलकर सभी लोगों के पास पहुंचे। उनकी समस्याएं सुनीं और उनके प्रार्थना पत्र लेकर संबंधित अधिकारियों को संदर्भित किया। सीएम योगी ने सभी को आश्वस्त किया कि किसी को भी परेशान होने या चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। हर समस्या का वह निस्तारण अवश्य कराया जाएगा।
#UPCM @myogiadityanath ने आज जनपद गोरखपुर स्थित @GorakhnathMndr परिसर में जनता दर्शन में आए लोगों की समस्याओं को सुना।
मुख्यमंत्री जी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनता की समस्याओं का निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर निश्चित समयावधि में किया जाए। pic.twitter.com/oLWGkoSESy
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) November 14, 2023
इसे लेकर उन्होंने प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों को मौके पर ही दो टूक समझाया कि जनता की समस्याओं का समयबद्ध, निष्पक्ष और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करें। कुछ प्रकरणों पर उन्होंने अफसरों को निर्देशित किया कि यह भी पता लगाएं कि यदि किसी को प्रशासन का सहयोग नहीं मिला है तो ऐसा क्यों और किन कारणों से हुआ। हर पीड़ित की त्वरित मदद की जाए। उन्होंने जमीन कब्जाने की शिकायतों पर विधि सम्मत कठोर कदम उठाने का निर्देश दिया। साथ ही पारिवारिक विवादों का निस्तारण आपसी सामंजस्य के आधार पर करने का प्रयास करने को कहा।
हर बार की तरह इस बार भी जनता दर्शन में कई लोग इलाज में आर्थिक सहायता की गुहार लेकर पहुंचे थे। इस पर सीएम योगी ने अधिकारियों से कहा कि जल्द से जल्द अस्पताल के इस्टीमेट की प्रक्रिया पूर्ण कराकर शासन को उपलब्ध करा दें। इलाज के लिए मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से पर्याप्त मदद की जाएगी। जनता दर्शन में कुछ महिलाएं बच्चों के साथ पहुंची थीं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बच्चों को खूब प्यार-दुलार किया। उन्हें चॉकलेट गिफ्ट करते हुए आशीर्वाद दिया।