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PM Modi: कभी सर्जिकल स्ट्राइक, तो कभी एयरस्ट्राइक, जानें अपने 8 साल के शासनकाल में PM मोदी ने कब-कब बजाई पाकिस्तान की बैंड

PM Modi: पीएम पद पर विराजमान होकर ऐसे फैसले लेना कोई आसान बात नहीं है। भारत में इंदिरा गांधी के बाद किसी प्रधानमंत्री में साहस है तो वो सिर्फ और सिर्फ नरेन्द्र मोदी में ही है जो इतने अहम फैसला लेने में जरा सा भी नहीं चूकते हैं।

नई दिल्ली। देश के प्रधानमंत्री नाम नहीं एक ब्रैंड है। देश के पीएम होने के हर मायने में मोदी जी खरे उतरे है। फिर चाहे देश की रक्षा की बात हो या फिर दुश्मन देश को मजा चखाने की मोदी जी ने अपना हर कर्तव्य का अच्छे से पालन किया है। मोदी जी अपने 8 साल के कार्यकाल में देश को अनेक ऊचाईयों के शिखर तक ले गए है। मोदी जी ने भारत देश की शाख को बढ़ाने में अपना पूरा योगदान दिया है। प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी जी ने अब तक जितने भी फैसले लिए है वह सब देश के हित में साबित हुए। पीएम के जैसे फैसले लेने का साहस कोई और नेता नहीं दिखा पाएगा क्योंकि पीएम पद पर विराजमान होकर ऐसे फैसले लेना कोई आसान बात नहीं है। भारत में इंदिरा गांधी के बाद किसी प्रधानमंत्री में साहस है तो वो सिर्फ और सिर्फ नरेन्द्र मोदी में ही है जो इतने अहम फैसला लेने में जरा सा भी नहीं चूकते हैं।

उरी- द सर्जिकल स्ट्राइक

मोदी जी के साहस की बात करें तो साल 2016 में पीएम ने एक बड़ा फैसला लिया था जो कि सर्जिकल स्ट्राइक का था। उरी हमले के बाद भारतीय सेना ने 29 सितंबर 2016 को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पार आतंकियो के लॉन्च पैड को निशाना बना कर सर्जिकल स्ट्राइक किया था। उनके लॉन्चिंग पैड को पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया था और इस ऑपरेशन में 40 से ज्यादा आंतकी मारे गए थे। भारत में उरी हमले का बदला लेने के लिए इस सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया गया था। उरी में 18 सितंबर 2016 को आतंकी हमला हुआ था जिसमें हमारे 18 सैनिक शहीद हुए थे।

बालाकोट एयरस्ट्राइक

इसी तरह बालाकोट एयरस्ट्राइक भी हुआ था उरी की तरह 2019 में भी भारतीय सेना पर हमला हुआ था जिसमें हमारे 40 सीआरपीएफ सैनिक शहीद हुए थे। इस हमले के बाद भी लोगों ने सर्जिकल स्ट्राइक की मांग की जिसके बाद 26 जनवरी 2019 की सुबह भारतीय सेना के फाइटर जेट्स ने पीओके में घुसकर बमबारी की और बालाकोट में आतंकियों के ठिकानों को नष्ट कर दिया। इस हमले की पाकिस्तान को भनक भी नहीं लगी। इस हमले में कई आतंकी ढ़ेर हो गए। पीएम मोदी ने सेना के चीफ को ये निर्देश भी दिए कि सूर्य उदय होने से पहले आप लोग वापस आ जाए चाहें आपके हाथ सफलता लगे या असफलता, क्योंकि मोदी जी नहीं चाहते थे कि कोई भी सैनिक शहीद हो।