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Scare: विदेश से लौटे 500 से ज्यादा लोगों का अता-पता नहीं, ओमिक्रॉन केस बढ़ने की आशंका

आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल ने अपने गणितीय मॉडल के जरिए बताया है कि भारत में इस साल अगस्त से ही नया वायरस वैरिएंट आ गया था और तीसरी लहर अभी चल रही है। प्रोफेसर अग्रवाल का कहना है कि अगले साल फरवरी में तीसरी लहर का पीक आएगा।

नई दिल्ली। भारत में अब तक ओमिक्रॉन के 4 केस मिले हैं। इनमें से एक के अलावा बाकी तीन विदेश से आए थे। चिंता की बात ये है कि विदेश से लौटने वाले 500 से ज्यादा लोगों का अता-पता नहीं है। इससे ओमिक्रॉन के मामले बढ़ने की आशंका है। फिलहाल भारत के कर्नाटक में दो, गुजरात के जामनगर में एक और मुंबई में एक ओमिक्रॉन मरीज मिला है। कर्नाटक में मिला एक मरीज दक्षिण अफ्रीका लौट चुका है। कई शहरों में कोरोना मरीज मिले हैं, जो विदेश से लौटे थे। इनके सैंपल जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए लैब भेजे गए हैं। विदेश से लौटे लापता लोगों में सबसे बड़ी तादाद आंध्र प्रदेश की है। आंध्र में विदेश से लौटे 30 लोग लापता हैं। इनमें से 3 दक्षिण अफ्रीका से आए थे। लापता लोगों के फोन स्विच्ड ऑफ हैं। छत्तीसगढ़ के रायपुर में 16 लोगों की तलाश हो रही है। इनमें से 10 ने गलत फोन नंबर दिए थे। यूपी के मेरठ में विदेश से लौटे 13 लोग लापता बताए जा रहे हैं। इनमें से 7 दक्षिण अफ्रीका से लौटे थे।

इसके अलावा बैंगलुरु पहुंचे 10 यात्री लापता हो गए हैं। ये सभी दक्षिण अफ्रीका से आए थे। इनकी तलाश पुलिस और स्वास्थ्य महकमा कर रहा है। इससे पहले एक विदेशी दक्षिण अफ्रीका से बेंगलुरु आया था। उसे ओमिक्रॉन था। लक्षण होने पर उसे आइसोलेट किया गया था, लेकिन वो अफसरों को चकमा देकर दक्षिण अफ्रीका लौट गया। इसके अलावा तमाम और राज्यों में भी विदेश से आए लोग लापता बताए जा रहे हैं।

बता दें कि आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल ने अपने गणितीय मॉडल के जरिए बताया है कि भारत में इस साल अगस्त से ही नया वायरस वैरिएंट आ गया था और तीसरी लहर अभी चल रही है। प्रोफेसर अग्रवाल का कहना है कि अगले साल फरवरी में तीसरी लहर का पीक आएगा। तब हर दिन एक से डेढ़ लाख मरीज मिलने के आसार हैं।