नई दिल्ली। मुरादाबाद और रामपुर लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी में उम्मीदवार को लेकर चल रहे हाईवोल्टेज ड्रामे प्रत्याशियों के नामांकन के साथ अंत हो गया है। सपा ने मुरादाबाद से आधिकारिक तौर पर रुचि वीरा को अपना उम्मीदवार बनाया है। अब एसटी हसन अपना नामांकन वापस लेंगे। दरअसल, एसटी हसन ने टिकट मिलते ही कल नामांकन दाखिल कर दिया था। इससे पहले रुचि वीरा को पार्टी ने सिंबल दिया, लेकिन नामांकन दाखिल करने से मना कर दिया था, फिर भी रुचि वीरा ने जाकर नामांकन पत्र भर दिया। इसके बाद अब पार्टी ने आधिकारिक तौर पर रुचि वीरा को मुरादाबाद लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाने का फैसला किया है।
इस बीच एसटी हसन ने कहा, टिकट होना या ना होना वो एसटी हसन की शख्सियत को खत्म नहीं कर सकता। जो आइडियोलॉजी हमारी है, जो आइडियोलॉजी मुलायम सिंह यादव की थी और और जो आइडियोलॉजी अखिलेश यादव जी की है हम उसी के साथ हैं। दूसरी ओर रामपुर सीट पर प्रत्याशी को लेकर चल रही गहमागहमी के बीच सपा ने जामा मस्जिद के इमाम मोहिबुल्लाह नदवी को मैदान में उतारा है। इस सीट पर मामला सुलझाने के लिए खुद प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल रामपुर पहुंचे थे।
इससे पहले आजम खान के हवाले से जारी एक पत्र ने रामपुर में सियासी गरमी को बढ़ा दिया था। दरअसल आजम खान के हवाले से पत्र जारी किया गया है कि रामपुर सीट से खुद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव चुनाव लड़ें वरना रामपुर से पार्टी के समर्थक और लोग चुनाव का बहिष्कार कर देंगे। पत्र में आजम खान के हवाले से लिखा गया है कि हमने बहुत से चुनाव लड़े , जीते भी और हारे भी, मगर हार से कभी भी हौसला नहीं टूटा। मगर अब जब चुनाव चुनाव ही नहीं रहे, धांधलेबाजी होने लगी। रामपुर के समाजवादी वर्करों और नेताओं को झूठे मुकदमें लगाकर जेल में डालकर उनका उत्पीड़न किया जा रहा हो तो ऐसे हालातों को देखते हुए हम इस चुनाव का बहिष्कार करते हैं। रामपुर के वर्तमान चुनाव के बारे में अंतिम निर्णय पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का होगा। इसके बाद रामपुर से तेज प्रताप यादव के चुनाव लड़ने की चर्चा ने जोर पकड़ लिया था। आपको बता दें कि रामपुर और मुरादाबाद के लिए आज ही नामांकन दाखिल करने का अंतिम दिन था।