newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Stone Pelting On Vande Bharat Express: वंदे भारत एक्सप्रेस पर फिर पथराव की घटना, इस बार यूपी में बनाया गया निशाना

जबसे वंदे भारत ट्रेनें शुरू हुई हैं, तभी से इन पर कहीं न कहीं पथराव की घटनाएं देखने को मिली हैं। पश्चिम बंगाल, बिहार, कर्नाटक में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों पर पहले पथराव कर शीशे तोड़ने की घटनाएं हो चुकी हैं। कई मामलों में आरपीएफ और पुलिस ने पथराव करने वालों को सीसीटीवी फुटेज के जरिए गिरफ्तार भी किया था।

बाराबंकी। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों पर पथराव की घटनाएं लगातार हो रही है। इस बार मामला यूपी के बाराबंकी का है। गोरखपुर से लखनऊ आ रही वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर बाराबंकी के सफेदाबाद रेलवे स्टेशन के पास उपद्रवियों ने पथराव किया। इससे एक कोच की खिड़की का शीशा टूट गया। वंदे भारत एक्सप्रेस के लखनऊ पहुंचने के बाद पथराव की घटना के बारे में कंट्रोल रूम को बताया गया। जसके बाद पुलिस को जानकारी दी गई। रेलवे अफसरों के मुताबिक पुलिस और आरपीएफ इस घटना की जांच कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक पथराव से कोच नंबर सी-2 के सीट 3,4 की खिड़की का शीशा टूटा है।

vande bharat stone pelting 2

बाराबंकी में पहली बार वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव की घटना हुई है। अब आरपीएफ और पुलिस सीसीटीवी के जरिए आरोपियों की तलाश कर रही है। लखनऊ मंडल के डीआरएम डॉ. मनीष थपलियाल के मुताबिक घटना की जांच हो रही है और दोषियों को पकड़कर सजा दिलाई जाएगी। जबसे वंदे भारत ट्रेनें शुरू हुई हैं, तभी से इन पर कहीं न कहीं पथराव की घटनाएं देखने को मिली हैं। पश्चिम बंगाल, बिहार, कर्नाटक में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों पर पहले पथराव कर शीशे तोड़ने की घटनाएं हो चुकी हैं। कई मामलों में आरपीएफ और पुलिस ने पथराव करने वालों को ट्रेन के सीसीटीवी फुटेज के जरिए गिरफ्तार भी किया था।

vande bharat stone pelting 3

जनता को अच्छा और आरामदायक रेल सफर देने के लिए रेलवे ने वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें चलाई हैं। आजादी के 75वें साल में इतनी ही संख्या में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाने का फैसला किया गया है। इसके अलावा अब लंबी दूरी के लिए वंदे भारत स्लीपर एक्सप्रेस और 100 किलोमीटर तक की दूरी के लिए वंदे भारत मेट्रो ट्रेनें चलाने का फैसला भी रेलवे ने लिया है। ये ट्रेनें अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस हैं। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें अधिकतम 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पटरियों पर दौड़ सकती हैं।