लखनऊ। यूपी में अपराध के प्रति सीएम योगी आदित्यनाथ के जीरो टॉलरेंस और अपराधियों के अवैध ठिकानों और घरों पर बुलडोजर कार्रवाई का बड़ा असर देखने को मिला है। सीएम योगी को गृह विभाग ने जो डेटा सौंपा है, उसके मुताबिक यूपी में बीते 6 साल में हत्या की घटनाओं में 9 फीसदी की गिरावट आई है। डकैती के मामलों में 16 फीसदी की कमी दर्ज की गई है। सीएम योगी ने 2017 में सत्ता संभालने के बाद ही पुलिस को अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए थे। नतीजे में तमाम अपराधी एनकाउंटर में ढेर हुए या गिरफ्तार किए गए। ऐसे भी अपराधियों की संख्या बहुत है, जिन्होंने पुलिस कार्रवाई में जान गंवाने से बेहतर सरेंडर कर जेल जाना उचित समझा।
गृह विभाग की तरफ से सीएम योगी के सामने जो आंकड़े पेश किए गए हैं, उनके मुताबिक रेप की घटनाओं में भी बड़ी कमी आई है। सूबे में योगी सरकार का इकबाल पहले की सरकारों के मुकाबले बुलंद है और इसमें और मजबूती आती दिख रही है। पिछले कुछ समय यूपी में एक बार फिर अपराधियों ने सिर उठाने की कोशिश की। इस पर पुलिस ने सख्ती से उनको कुचला है। अपराध करने वालों को पुलिस मुस्तैदी से गिरफ्तार कर जेल भेजती है। 2017 से पहले जब दूसरे दलों की सरकारें थीं, तो पुलिस की कार्रवाई में इतनी तेजी नहीं देखी जाती थी।
सीएम योगी ने पिछले दिनों ही पहली बार थाने के इंस्पेक्टर स्तर की बैठक की थी। इस बैठक में योगी आदित्यनाथ ने साफ कह दिया था कि अपराधियों पर अंकुश लगाना ही होगा। खासकर महिलाओं से होने वाले अपराधों के दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने या नौकरी गंवाने की चेतावनी भी उन्होंने दी थी। सीएम योगी ने हर जिले में महिला थाने के अलावा किसी एक और थाने में भी महिला इंस्पेक्टर की तैनाती के आदेश भी दिए थे। योगी के इन आदेशों का पालन गृह विभाग और डीजीपी ने कराया है।