नई दिल्ली।NDA से अलग हो चुकी शिरोमणि अकाली दल के सुखबीर बादल ने किसान आंदोलन के बीच गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा। सुखबीर ने भाजपा पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि, क्या बीजेपी या किसी अन्य के पास किसी को भी एंटी-नेशनल कहने का अधिकार है? आखिर उनकी हिम्मत कैसे हुई किसानों को देश विरोधी कहने की? बादल ने कहा कि, बुजुर्ग महिलाएं भी, किसान आंदोलन में भाग ले रही हैं। ऐसे में क्या वे खालिस्तियों जैसी दिखती हैं? सुखबीर बादल ने कहा, ”यह देश के किसानों को एक तरह से एंटी-नेशनल बुलाने का तरीका है। उनकी हिम्मत कैसे हुई किसानों को एंटी-नेशनल बुलाने की। राष्ट्र को इन लोगों (किसानों) ने अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया है और अब आप उन्हें राष्ट्रविरोधी कह रहे हैं। जो लोग उन्हें देशद्रोही कह रहे हैं सच मानिए असल में वो खुद देशद्रोही हैं।
Does BJP or anybody else have the right to declare anybody as anti-national? These people (farmers) have dedicated their entire life to the nation & now you are calling them anti-national. People who are calling them anti-nationals are actually anti-nationals: Sukhbir Badal https://t.co/Fz3ZYwxemA
— ANI (@ANI) December 3, 2020
बता दें कि इसके पहले किसानों कानूनों के खिलाफ और केंद्र सरकार के रवैये पर अपना विरोध जताते हुए पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने भारत सरकार से मिला पद्म विभूषण सम्मान वापस कर दिया है। बादल का कहना है कि वे किसानों के साथ किए जा रहे केंद्र सरकार के व्यवहार से आहत हैं। बता दें कि 2 दिसंबर को पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने मुक्तसर के अपने गांव बादल से राष्ट्रपति को एक चिट्ठी लिखी थी। इस चिट्ठी में बादल ने किसानों के प्रति केंद्र के रुख से आहत होते हुए पद्म विभूषण पुरस्कार वापस करने की इच्छा जताई थी।
चिट्ठी में उन्होंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविद को से कहा है कि मैं इतना गरीब हूं कि किसानों के लिए कुर्बान करने के लिए मेरे पास कुछ और नहीं है, मैं जो भी हूं किसानों की वजह से हूं। ऐसे में इस समय अगर किसानों का अपमान हो रहा है, तो मैं किसी भी तरह का सम्मान रखने के लायक नहीं हूं और ना ही इसका कोई फायदा ही है।