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भाजपा पर बरसे सुखबीर बादल, कहा- किसानों को एंटी-नेशनल कहने की हिम्मत कैसे हुई?

Farmer Protest: सुखबीर(Sukhbir Badal) ने भाजपा(BJP) पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि, क्या बीजेपी या किसी अन्य के पास किसी को भी एंटी-नेशनल कहने का अधिकार है? आखिर उनकी हिम्मत कैसे हुई किसानों को देश विरोधी कहने की?

नई दिल्ली।NDA से अलग हो चुकी शिरोमणि अकाली दल के सुखबीर बादल ने किसान आंदोलन के बीच गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा। सुखबीर ने भाजपा पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि, क्या बीजेपी या किसी अन्य के पास किसी को भी एंटी-नेशनल कहने का अधिकार है? आखिर उनकी हिम्मत कैसे हुई किसानों को देश विरोधी कहने की? बादल ने कहा कि, बुजुर्ग महिलाएं भी, किसान आंदोलन में भाग ले रही हैं। ऐसे में क्या वे खालिस्तियों जैसी दिखती हैं? सुखबीर बादल ने कहा, ”यह देश के किसानों को एक तरह से एंटी-नेशनल बुलाने का तरीका है। उनकी हिम्मत कैसे हुई किसानों को एंटी-नेशनल बुलाने की। राष्ट्र को इन लोगों (किसानों) ने अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया है और अब आप उन्हें राष्ट्रविरोधी कह रहे हैं। जो लोग उन्हें देशद्रोही कह रहे हैं सच मानिए असल में वो खुद देशद्रोही हैं।

बता दें कि इसके पहले किसानों कानूनों के खिलाफ और केंद्र सरकार के रवैये पर अपना विरोध जताते हुए पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने भारत सरकार से मिला पद्म विभूषण सम्मान वापस कर दिया है। बादल का कहना है कि वे किसानों के साथ किए जा रहे केंद्र सरकार के व्यवहार से आहत हैं। बता दें कि 2 दिसंबर को पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने मुक्तसर के अपने गांव बादल से राष्ट्रपति को एक चिट्ठी लिखी थी। इस चिट्ठी में बादल ने किसानों के प्रति केंद्र के रुख से आहत होते हुए पद्म विभूषण पुरस्कार वापस करने की इच्छा जताई थी।

sukhbir singh badal

चिट्ठी में उन्होंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविद को से कहा है कि मैं इतना गरीब हूं कि किसानों के लिए कुर्बान करने के लिए मेरे पास कुछ और नहीं है, मैं जो भी हूं किसानों की वजह से हूं। ऐसे में इस समय अगर किसानों का अपमान हो रहा है, तो मैं किसी भी तरह का सम्मान रखने के लायक नहीं हूं और ना ही इसका कोई फायदा ही है।