नई दिल्ली। साल 2020 केंद्र सरकार के लिए चुनौती पूर्ण रहा था। एक तरफ जहां कोरोना महामारी ने पूरे देश को अपनी गिरफ्त में ले लिया। जिसके चलते देश की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान उठाना पड़ा। वहीं दूसरी ओर सीमा पर चीन और पाकिस्तान अपनी नापाक साजिशों को अंजाम देता रहा। इसके अलावा कृषि कानूनों को लेकर किसान दिल्ली की सीमाओं पर लगातार आंदोलन करने में जुटे हुए है। ऐसे में इन सभी चुनौती को लेकर मोदी सरकार की लोकप्रियता में कमी आना तय माना जा रहा था। लेकिन क्या वाकई में इन कठिन परिस्थितियों में केंद्र सरकार ने सही तरीके से काम किया है। इसी को लेकर इंडिया टुडे-कार्वी इनसाइट्स मूड ऑफ द नेशन (MOTN) ने एक सर्वे किया है।
इस सर्वे में यह जानने की कोशिश की गई कि क्या मोदी सरकार ने इन चुनौती भरे समय में तरीके से काम किया। क्या इस कठिन वक्त में लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भरोसा जताया है। इसके अलावा विपक्षी पार्टियों पर जनता को कितना साथ मिला है। इस सर्वे के जरिए जानने की कोशिश की गई है। आपको बता दें कि इस सर्वे से मालूम पड़ता है कि पीएम मोदी की लोकप्रियता अभी भी बनी हुई, और साथ ही जनता का साथ उनकी सरकार के साथ बना हुआ है। इस सर्वे के अनुसार यदि आज लोकसभा के चुनाव होते है तो जनता ने एक बार फिर मोदी सरकार पर भरोसा जताया है।
सर्वे के मुताबिक 543 लोकसभा सीटों में से भाजपा के खाते में 291 सीटें जा सकती हैं। यानी कि भाजपा आज भी अपने दम पर अकेले सरकार बना सकती है। भाजपा के खाते में 37 फीसदी वोट जा सकते हैं। वहीं कांग्रेस की बात करें तो जनता ने उन्हें एक बार फिर से झटका दिया है। सर्वे के मुताबिक, सोनिया गांधी के नेतृत्व वाले यूपीए को 27 फीसदी वोटों के साथ 93 सीटें मिलने का अनुमान है।
कांग्रेस को अपने दम पर 19 फीसदी वोट और 51 सीटें हासिल होती नजर आ रही हैं। इस तरह से कांग्रेस को 2019 के लोकसभा के चुनाव की तुलना में 1 सीट का नुकसान होने की संभावना है। हालांकि, यूपीए की दो सीटें बढ़ती दिख रही हैं। कांग्रेस को 2019 के लोकसभा चुनाव में 52 सीटें मिली थीं जबकि यूपीए के खाते में 91 सीटें आई थीं। वहीं सर्वे के मुताबिक, अन्य दलों को 30 फीसदी वोट के साथ 129 सीटें मिलती नजर आ रही हैं।