newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Swearing In ceremony Of Atishi As Delhi CM Today: आज दिल्ली के सीएम पद की शपथ लेंगी आतिशी, 5 मंत्री भी संभालेंगे पद; मुकेश अहलावत पहली बार सरकार में होंगे शामिल

Swearing In ceremony Of Atishi As Delhi CM Today: आतिशी के साथ गोपाल राय, सौरभ भारद्वाज, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन और मुकेश अहलावत भी मंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं। इनमें से मुकेश अहलावत पहली बार दिल्ली सरकार में मंत्री बनेंगे। बाकी नेता पहले भी मंत्री पद संभालते रहे हैं।

नई दिल्ली। आतिशी आज दिल्ली के सीएम पद की शपथ लेंगी। शाम को 4.30 बजे राजभवन में आतिशी का शपथग्रहण समारोह होगा। वो तीसरी महिला हैं, जो दिल्ली की सीएम बनने जा रही हैं। आतिशी के साथ गोपाल राय, सौरभ भारद्वाज, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन और मुकेश अहलावत भी मंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं। इनमें से मुकेश अहलावत पहली बार दिल्ली सरकार में मंत्री बनेंगे। बाकी नेता पहले भी अरविंद केजरीवाल की सरकार में मंत्री रहे हैं।

आतिशी साल 2020 में दिल्ली की कालकाजी विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के टिकट पर विधायक चुनी गई थीं। साल 2023 में अरविंद केजरीवाल ने उनको अपनी सरकार में मंत्री बनाया था। आतिशी को अरविंद केजरीवाल के बहुत करीबी लोगों में माना जाता है। दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज और फिर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने वाली आतिशी को अरविंद केजरीवाल की सरकार में वित्त, राजस्व और शिक्षा समेत अहम विभाग मिले हुए थे। आतिशी इससे पहले डिप्टी सीएम रहते वक्त मनीष सिसोदिया की सलाहकार भी रहीं। आम आदमी पार्टी का दावा रहा है कि मनीष सिसोदिया का सलाहकार रहते आतिशी ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों को विश्वस्तरीय बनाने में अहम भूमिका निभाई।

आतिशी ने आम आदमी पार्टी विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद कहा था कि वो अगले चुनाव तक दिल्ली की सीएम रहेंगी। जब चुनाव में जनता एक बार फिर आम आदमी पार्टी को बहुमत देगी, तो फिर अरविंद केजरीवाल ही सीएम बनेंगे। वहीं, मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा था कि जिस तरह भरत ने भगवान राम का खड़ाऊं सिंहासन पर रखकर शासन किया, उसी तरह दिल्ली का नया सीएम भी काम करेगा। अरविंद केजरीवाल की तरह आतिशी भी आम आदमी पार्टी की मुखर नेताओं में गिनी जाती हैं। उन्होंने अरविंद केजरीवाल के जेल जाने पर बीजेपी को लगातार घेरा और उस पर राजनीतिक साजिश का आरोप लगाया। हर मौके पर वो अरविंद केजरीवाल के साथ खड़ी रहीं। बतौर मंत्री आतिशी दिल्ली में धरना भी दे चुकी हैं। वहीं, आतिशी को ये कहकर भी विपक्षी बीजेपी ने घेरा कि उनके पिता विजय सिंह और मां तृप्ता वाही ने संसद हमले के दोषी अफजल गुरु की फांसी रुकवाने की कोशिश की। आतंकवाद फैलाने के आरोप में घिरने वाले प्रोफेसर एसएआर गिलानी से भी आतिशी के माता-पिता के रिश्ते होने का आरोप लगा है।