newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

मौलाना साद का ऑडियो बता रहा है, लोग क्यों नहीं खाली कर रहे थे मस्जिद…

दरअसल तबलीगी जमात के आयोजक मौलाना मोहम्मद साद का एक ऑडियो वायरल हो रहा है। जिसमें वह कोरोना का जिक्र करते हुए कहते हैं कि मरने के लिए मस्जिद से अच्छी जगह नहीं हो सकती। इससे साफ है कि उन्हें पहले से पता था कि ऐसे जुटने से कोरोना का खतरा है। वायरल ऑडियो में मौलाना साद कई बातें कहते सुनाई दे रहे।

नई दिल्ली। दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के करीब 1500 लोग भले अबतक अपने आप को वहां फंसा हुआ बता रहे हों, लेकिन जमात के मुखिया मोहम्मद साद का एक वायरल ऑडियो अलग ही कहानी बयां कर रहा है, जिसने उसकी पोल खोल दी है और झूठ का पर्दाफाश कर दिया है।

Delhi Markaj

दरअसल तबलीगी जमात के आयोजक मौलाना मोहम्मद साद का एक ऑडियो वायरल हो रहा है। जिसमें वह कोरोना का जिक्र करते हुए कहते हैं कि मरने के लिए मस्जिद से अच्छी जगह नहीं हो सकती। इससे साफ है कि उन्हें पहले से पता था कि ऐसे जुटने से कोरोना का खतरा है। वायरल ऑडियो में मौलाना साद कई बातें कहते सुनाई दे रहे।

मौलाना साद ऑडियो में कहते सुनाई देते हैं कि ये ख्याल बेकार है कि मस्जिद में जमा होने से बीमारी पैदा होगी, मैं कहता हूं कि अगर तुम्हें यह दिखे भी कि मस्जिद में आने से आदमी मर जाएगा तो इससे बेहतर मरने की जगह कोई और नहीं हो सकती। वायरल ऑडियो में साद आगे कहते हैं कि अल्लाह पर भरोसा करो, कुरान नहीं पढ़ते अखबार पढ़ते हैं और डर जाते हैं, भागने लगते हैं।

Maulana Saad

मोहम्मद साद आगे कहते हैं कि अल्लाह कोई मुसीबत इसलिए ही लाता है कि देख सके कि इसमें मेरा बंदा क्या करता है। साद आगे कहते हैं कि कोई कहे कि मस्जिदों को बंद कर देना चाहिए, ताले लगा देना चाहिए क्योंकि इससे बीमारी बढ़ेगी तो आप ख्याल को दिल से निकाल दो।

दिल्ली पुलिस ने वीडियो जारी कर निजामुद्दीन मरकज के लोगों की खोली पोल

इससे पहले मंगलवार को दिल्ली पुलिस ने एक वीडियो जारी किया जिसमें एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी निजामुद्दीन मरकज के सदस्यों से अनुरोध कर रहे हैं कि वे आगंतुकों से अपने गृह क्षेत्र वापस जाने को कहें ताकि कोरोनावायरस की रोकथाम के मद्देनजर सामाजिक दूरी कायम करने के लिए जारी सरकारी आदेशों का पालन हो सके।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वीडियो 23 मार्च को हजरत निजामुद्दीन के थाना प्रभारी (एसएचओ) कार्यालय में बनाया गया था। वीडियो में दिख रहा है कि एसएचओ मरकज के सदस्यों से बार-बार कह रहे हैं कि सभी धार्मिक स्थल बंद हैं और एक स्थान पर पांच से अधिक लोग एकत्रित नहीं हो सकते। वह मरकज के सदस्यों से कह रहे हैं कि इसके बावजूद उनकी इमारत में बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हैं और यदि वे पुलिस की बात नहीं मानेंगे तो पुलिस को उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करनी पड़ेगी। वीडियो में पुलिस अधिकारी मरकज के सदस्यों को क्षेत्र को खाली करने का एक नोटिस भी दिखा रहे हैं।