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Ayodhya: राम मंदिर निर्माण शुरू होने में बस बचे इतने दिन, श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए होगा ये खास इंतजाम

Ayodhya: ट्रस्ट के सूत्रों के मुताबिक मंदिर के पास और अयोध्या में रेलवे स्टेशन के करीब धर्मशालाएं बनवाई जाएंगी। जहां दूर-दराज के यात्री आकर टिक सकेंगे और मंदिरों का दर्शन कर सकेंगे।

अयोध्या। रामनगरी में रामलला का भव्य मंदिर बनने का काम बस शुरू ही होने वाला है। अगले 14 दिन में मंदिर की नींव का काम पूरा होने के साथ ही मुख्य मंदिर के चबूतरे को बनाने का काम शुरु हो जाएगा। इस चबूतरे को राजस्थान के बंशी पहाड़पुर के बलुआ पत्थरों से बनाया जाएगा। नींव की 45 लेयर में से करीब 38 लेयर डाली जा चुकी हैं। हर लेयर 10 इंच मोटी होती है। दरअसल, यहां नींव बनाने के लिए जब जमीन खोदी गई, तो उसके नीचे सरयू नदी की धारा बहती मिली। इस वजह से पूरे इलाके में कंक्रीट से 45 लेयर नींव बनाकर फिर उसके ऊपर राम मंदिर बनाने का फैसला इंजीनियर्स ने किया। पिछले दिनों मंदिर निर्माण करा रहे ट्रस्ट के सभी सदस्यों ने बैठक की थी। इसमें देखा गया कि काम कितना बचा है। मंदिर निर्माण ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय और मंदिर बनवा रही कमेटी ने पहले ही एलान कर दिया है कि दिसंबर 2023 में हर हाल में श्रद्धालुओं को नए मंदिर में रामलला के दर्शन होंगे।

फिलहाल यहां ट्रस्ट ने श्रद्धालुओं के लिए खास व्यवस्था करने की भी योजना तैयार की है। ट्रस्ट के सूत्रों के मुताबिक मंदिर के पास और अयोध्या में रेलवे स्टेशन के करीब धर्मशालाएं बनवाई जाएंगी। जहां दूर-दराज के यात्री आकर टिक सकेंगे और मंदिरों का दर्शन कर सकेंगे। कई राज्यों ने भी यूपी की योगी सरकार से अयोध्या में जमीन मांगी है। ये राज्य इन जमीनों पर अपने यहां के यात्रियों के लिए गेस्ट हाउस बनवाना चाहते हैं।

dharam nagari

फिलहाल, राम मंदिर का काम तेजी से चल रहा है। तेजी से रात और दिन की दो शिफ्ट में काम हो रहा है। ऐसे में 2025 तक पूरा मंदिर बनकर तैयार करने की योजना साकार हो रही है। देश के सभी हिस्सों से राम मंदिर ट्रस्ट को समर्पण निधि के तहत अभी भी दान मिल रहा है। करीब 3000 करोड़ रुपए का दान भक्त कर चुके हैं।