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Uproar Again In Jammu-Kashmir Assembly : जम्मू-कश्मीर विधानसभा में लगातार दूसरे दिन तार-तार हुई सदन की मर्यादा, विधायकों में धक्का-मुक्की

Uproar Again In Jammu-Kashmir Assembly : जम्मू-कश्मीर विधानसभा में मचे हंगामे पर बीजेपी विधायक और विपक्ष के नेता सुनील शर्मा का कहना है कि यह जम्मू-कश्मीर के लोकतंत्र में सबसे काला दिन है। पिछले 3 दिनों से स्पीकर मार्शल लॉ लागू कर रहे हैं। अब हम यहां स्पीकर के खिलाफ धरने पर बैठकर समानान्तर विधानसभा चलाएंगे।

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर विधानसभा में आज भी जबर्दस्त हंगामा हुआ। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही धारा 370 और 35ए की बहाली के मुद्दे पर नेशनल कांफ्रेंस समेत जम्मू कश्मीर के स्थानीय दल और बीजेपी के विधायक आमने सामने आ गए। सदन में एक बार फिर विधायकों के बीच धक्का मुक्की और मारपीट की नौबत आ गई। हंगामा बढ़ता देख मार्शलों ने अवामी इत्तेहाद पार्टी के विधायक खुर्शीद अहमद शेख समेत कुछ अन्य विधायकों को सदन से बाहर निकाल दिया। वहीं बीजेपी विधायक सदन के स्पीकर और पीडीपी के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।

जम्मू-कश्मीर विधानसभा में मचे हंगामे पर बीजेपी विधायक और विपक्ष के नेता सुनील शर्मा का कहना है कि यह जम्मू-कश्मीर के लोकतंत्र में सबसे काला दिन है। पिछले 3 दिनों से स्पीकर, जिन्हें सदन का संरक्षक माना जाता है, मार्शल लॉ लागू कर रहे हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस के स्पीकर विपक्ष की आवाज को दबाना चाहते हैं। हमारा मानना ​​है कि ये सभी कार्य गैरकानूनी, अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक हैं। प्रस्ताव (अनुच्छेद 370 को बहाल करने के लिए) का मसौदा स्पीकर ने खुद तैयार किया था। अनुच्छेद 370 एक इतिहास है, इस पर अब बहस नहीं की जा सकती। जिस तरह से स्पीकर के निर्देश पर हमारे विधायकों के साथ मार्शलों ने मारपीट की, उन्होंने आज भी ऐसा किया, अब हम यहां स्पीकर के खिलाफ धरने पर बैठकर समानान्तर विधानसभा चलाएंगे।

वहीं, विधानसभा में धारा 370 और 35ए पर सीएम उमर अब्दुल्ला के बयान पर जम्मू-कश्मीर बीजेपी प्रमुख सत शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने लोगों को धोखा देने की कोशिश की है। धारा 370 का प्रस्ताव चाहे एक बार पेश किया जाए, दो बार पेश किया जाए या सौ बार, यह वापस नहीं आ रहा है। केंद्र में वही सरकार सत्ता में है, वही गृह मंत्री अमित शाह हैं, जिन्होंने गहन चर्चा के बाद अनुच्छेद 370 को रद्द कर दिया। यह अब इतिहास के पन्नों में दर्ज है। उधर, बीजेपी महिला विंग की सदस्यों ने प्रदेश में सत्तासीन नेशनल कांफ्रेंस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। बीजेपी ने अनुच्छेद 370 की बहाली के लिए जम्मू-कश्मीर विधानसभा में प्रस्ताव लाने के लिए पार्टियों की आलोचना की।