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Ram Temple: खत्म हुई इंतजार की घड़ी, इस दिन अयोध्या के राम मंदिर में विराजमान होंगे रामलला, PM मोदी को भेजा गया न्योता

Ram Temple: इस विशेष आयोजन पर बड़ी संख्या में राम भक्त शामिल हो सकते हैं। इस मौके पर देशभर के मंदिरों को सजाया जाएगा। सभी देशवासी इत ऐतिहासिक अवसर के साक्षी बन सके। इसके लिए लोगों कार्यक्रम से वर्चुअस से जोड़ा जाएगा। इस कार्यक्रम वर्चुअल दिखाया जाएगा। इस मौके पर सुरक्षा व्यवस्था के भी विशेष इंतजाम किए जाएंगे। हर जगह को सीसीटीवी कैमरों को लैस किया जाएगा।

नई दिल्ली। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का कार्य लगभग-लगभग पूरा हो चुका है। कुछ शेष कार्यों को भी कुछ दिनों में पूरा कर लिया जाएगा। वहीं राम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से पीएम मोदी को न्योता भेजा गया है। हालांकि, प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से इस संदर्भ में कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। अतिशीघ्र ही इस पर पीएमओ की तरफ से प्रतिक्रिया आने की संभावना है। बताया जा रहा है कि आगामी 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर में रामलला विराजमान होंगे। इस मौके पर पीएम मोदी सहित कई अन्य गणमान्य शामिल हो सकते हैं। इस विशेष आयोजन पर बड़ी संख्या में राम भक्त शामिल हो सकते हैं। इस मौके पर देशभर के मंदिरों को सजाया जाएगा। सभी देशवासी इस ऐतिहासिक अवसर के साक्षी बन सके। इसके लिए लोगों को कार्यक्रम से वर्चुअल जोड़ा जाएगा। इस कार्यक्रम को वर्चुअल दिखाया जाएगा। इस मौके पर सुरक्षा व्यवस्था के भी विशेष इंतजाम किए जाएंगे। हर जगह को सीसीटीवी कैमरों को लैस किया जाएगा। इस अवसर को खास बनाने के लिए जगह-जगह पूजा अनुष्ठान भी किए जाएंगे।

कितना पूरा हुआ राम मंदिर का कार्य 

राम मंदिर निर्माण में जुटे लोगों का कहना है कि अब तक मंदिर का 90 फीसद कार्य पूरा हो चुका है। 10 फीसद शेष है, जिसे कुछ दिनों में पूरा कर लिया जाएगा। 24 जनवरी 2024 को राम मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। राम मंदिर निर्माण में जुटे लोगों काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं। चौतरफा इस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया भी सामने आ रही है।

ram temple

आगामी लोकसभा चुनाव पर कितना असर 

इसके अलावा राम मंदिर निर्माण को आगामी लोकसभा चुनाव से भी जो़ड़कर भी देखा जा रहा है। ध्यान दें कि राम मंदिर निर्माण हमेशा से ही बीजेपी का चुनाव मुद्दा रहा है। ऐसी सूरत में अब राम मंदिर के सहारे बीजेपी की देश की जनता को रिझाने की पूऱी कोशिश  करेगी। वहीं यह कहने में भी कोई दो  मत नहीं होना चाहिए बीजेपी की इस बहाने कांग्रेस की छवि राम विरोधी के रूप में पेश करने की कोशिश करेगी। बहरहाल अब आगामी दिनों राम मंदिर निर्माण के मुद्दे का भारत की राजनीति पर  क्या और कितना असर पड़ता हैय़। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।