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Ayodhya Ram Mandir: ‘मंदिर के भूतल का काम पूरा..’ चंपत राय ने राम मंदिर का नक्शा रखा सबके सामने

Ayodhya Ram Mandir News Update 2023: चंपत राय ने बताया कि, “मंदिर का निर्माण 70 एकड़ भूमि के उत्तरी भाग पर किया जा रहा है। तीन मंजिला मंदिर बनाया जा रहा है। मंदिर का ग्राउंड फ्लोर तैयार हो गया है, फर्स्ट फ्लोर का काम चल रहा है…सेकंड फ्लोर की परिस्थितियां डेवलप हो रही है.. मंदिर के चारों ओर एक दीवार बनाई जा रही है। इस दीवार के लिए भी वहां कार्य चल रहा है।”

नई दिल्ली। रामभक्तों का इंतजार अब खत्म होना वाला है। अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर का निर्माण कार्य पूरी तेजी के साथ किया जा रहा है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय राम मंदिर से जुड़ी निर्माणकार्य की फोटो भी सोशल मीडिया पर शेयर करते रहते है। साल 22 जनवरी 2024 को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह भी होना है। इस कार्यक्रम के लिए भव्य तैयारियां भी अभी से तेज कर दी गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई वीवीआईपी मेहमान अयोध्या आएंगे। इसी बीच चंपत राय ने मीडिया के समक्ष श्री राम जन्मभूमि मंदिर के मानचित्र सबके सामने रखा। साथ ही नक्शे के माध्यम उन्होंने बताया अब तक राम मंदिर का कितना निर्माण हो चुका है और मंदिर परिसर में कहां-क्या होगा, इसकी भी जानकारी दी।

चंपत राय ने बताया कि, “मंदिर का निर्माण 70 एकड़ भूमि के उत्तरी भाग पर किया जा रहा है। तीन मंजिला मंदिर बनाया जा रहा है। मंदिर का ग्राउंड फ्लोर तैयार हो गया है, फर्स्ट फ्लोर का काम चल रहा है…सेकंड फ्लोर की परिस्थितियां डेवलप हो रही है.. मंदिर के चारों ओर एक दीवार बनाई जा रही है। इस दीवार के लिए भी वहां कार्य चल रहा है।”

चंपत राय ने कहा, तीर्थयात्रा सुविधा केंद्र (पीएफसी) में 25,000 तीर्थयात्रियों के लिए लॉकर सुविधाएं बनाई गई हैं। पीएफसी के पास एक छोटा चिकित्सा भी बनाया जाएगा। तीर्थयात्रियों के लिए शौचालय और अन्य सुविधाओं के लिए एक विशाल कॉम्प्लेक्स भी तैयार किया गया है, केवल तीर्थयात्रियों के लिए होगा। यहां 2 सीवर ट्रीटमेंट प्लांट भी बनाए जा रहे हैं। जहां इस कॉम्प्लेक्स से निकलने वाले अपशिष्ट पदार्थ को जमा किया जाएगा।

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव ने कहा, अगर पानी की जरूरत पड़ी, तो सरयू नदी से लेंगे। नहीं तो जमीन से लेंगे। लेकिन जमीन का पानी जमीन में जाएगा। 70 एकड़ में अधिक से अधिक 30 प्रतिशत कंस्ट्रक्शन है। अर्थात 20 एकड़ में कुछ ना कुछ निर्माण हो रहा है। 50 एकड़ भूमि में हरियाली है। घास, पेड़-पौधे है