नई दिल्ली। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने अमृतसर में एक जनसभा को संबोधित करने के दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार शुरू करने की वकालत की थी। उन्होंने कहा कि अगर दोनों देशों के बीच व्यापार शुरू होगा तो इसका फायदा 34 देशों के साथ-साथ पंजाब की अर्थव्यवस्था को भी होगा। पंजाब के लोगों को रोजगार मिलेगा। किसानों को फायदा पहुंचेगा। वहीं, सिद्धू द्वारा भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार शुरू कराने की वकालत करने पर कांग्रेस नेता ने ही उनको खरी खोटी सुनाई है। पूर्व केंद्रीय मंंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता मनीष तिवारी ने सिद्धू के पाकिस्तानी प्रेम पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
मनीष तिवारी ने सिद्धू पर हमला करते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार तभी संभंव होगा जब पाकिस्तान आतंक की राह का परित्याग करेगा, क्योंकि आतंकवाद और व्यापार एक साथ नहीं हो सकता है। उन्होंने आगे कहा कि जब तक पाकिस्तान की तरफ से भारत में आतंकवाद, ड्रोन और हथियारों का प्रवाह खत्म नहीं होगा, तब तक दोनों ही देशों के बीच व्यापार की कल्पना करना बेमानी होगी।
Until Pakistan stops sending terrorists to India & dropping drugs and weapons in our areas via drones, it is useless and futile to hold any trade-related talks with Pakistan: Congress MP Manish Tewari on Navjot Singh Sidhu’s statement on trade with Pakistan pic.twitter.com/no6SFzrNfm
— ANI (@ANI) December 5, 2021
बता दें कि इससे पहले भी यह कोई पहली मर्तबा नहीं है कि जब मनीष तिवारी ने सिद्धू को आईना दिखाया हो, बल्कि इससे पहले भी वे कई मौकों पर सिद्धू को कड़ी फटकार लगा चुके हैं और सिद्धू का पाकिस्तान प्रेम तो जगजाहिर ही है। जिसे लेकर वे अपने साथ-साथ पार्टी की भी मुसीबतें बढ़ा चुके हैं। इससे पहले भी सिद्धू का कई मौकों पर पाकिस्तानी प्रेम छलका है जिसमें उन्होंने कभी इमरान खान को अपना दोस्त तो कभी अपना भाई बताया। जिसे लेकर वे सियासी गलियारों में अपने प्रतिद्वंदियों के निशाने पर आ चुके हैं।
अटल बिहारी वाजपेयी को लेकर भी छलका स्नेह
इसके अलावा जनसभा में उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को लेकर भी अपने प्रेम का इजहार किया। उन्होंने कहा कि वे अटल बिहारी वाजपेयी को बहुत पसंद करते हैं, क्योंकि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच अमन ईमान नाम की बस सेवा शुरू की थी। सिद्धू ने किसानों का जिक्र कर कहा कि अगर दोनों ही देशों के बीच व्यापार शुरू होता है, तो इसका फायदा किसानों को पहुंचेगा। अब उनके द्वारा इस तरह से किसानों से मसले को उठाने को हालिया किसान आंदोलन से जोड़कर और आगामी विधानसभा चुनाव में पड़ने वाले इसके असर से देखा जा रहा है।