लखनऊ। प्रदेश सरकार की मंशा साफ है। हमारी मंशा व संवेदनाएं गरीब, निराश्रित, वंचित, दलित और अति पिछड़े वर्ग के लोगों के साथ है। पिछली सरकारों से विपरीत, हमारी संवेदनाएं माफिया और किसी अपराधी के साथ नहीं हो सकती हैं क्योंकि वह सुरक्षा, सुशासन और विकास के मार्ग के बैरियर हैं। सरकार की कार्यप्रणाली स्पष्ट है, वह इन बैरियर्स को हटाती है मगर गरीबों को अपनी संवेदना का पात्र बनाती है। गरीबों की सेवा ही सरकार की प्राथमिकता है। प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली और प्राथमिकताओं की जानकारी देते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने यह बातें कहीं। लखनऊ स्थित लोकभवन सभागार में अल्पसंख्यक तथा प्राविधिक शिक्षा विभाग के लिए कनिष्ठ सहायक व कंप्यूटर ऑपरेटर के तौर पर कुल 240 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ स्पष्ट कर दिया कि माफिया व अपराध तंत्र पर नकेल कसने, भ्रष्टाचार मुक्त सुरक्षित व निष्पक्ष समाज की स्थापना पर प्रदेश सरकार का फोकस है जिससे गरीबों को बिना किसी भेदभाव के उनका हक और सभी सरकारी योजनाओं का लाभ मिले।
मिशन रोजगार ने अमृतकाल में निष्पक्ष नियुक्तियों का खोला मार्ग
मिशन रोजगार के अंतर्गत मानव संपदा पोर्टल से अल्पसंख्यक व प्रावधिक शिक्षा में 240 चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित करते सीएम योगी के प्रसन्नता व्यक्त करते हुए अभियर्थियों व उनके परिजनों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं को मिशन रोजगार के जरिए शासकीय सेवाओं के अतंर्गत निष्पक्ष व मानव हस्तक्षेप रहित प्रक्रिया अपनाकर नियुक्ति दी जा रही है। पिछले 6 वर्षों में मोदी जी के विजन के अंतर्गत प्रदेश ने नई ऊंचाइयों को प्राप्त किया है। जजेस की नियुक्ति को लेकर 6 महीने में हमने कर दिखाया। 60 जनपदों से अभ्यर्थी चयनित हुए हैं। अब एक क्षेत्र नहीं बल्कि पूरे प्रदेश के लोगों को मंच मिल रहा है। प्रदेश सरकार की हर प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ आगे बढ़ रही है। कौन कहां नियुक्त होकर जाएगा यह न किसी मंत्री और न ही किसी सचिव को पता होता है।
भ्रष्टाचार पर अंकुश लगा तो प्रतिभाओं को मिला मौका
सीएम योगी ने कहा कि कंप्यूटर सहाय़तकों की भी एक बड़ी भूमिका होती है। आज लोगों की धारणाएं उत्तर प्रदेश के लिए बदली हैं। फाइलें अब लटकती नहीं हैं। आज प्रदेश ने सुरक्षा और ईज ऑफ लिविंग व ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के लक्ष्यों को प्राप्त किया है। केंद्र की परियोजनाओं को हमने धरातल पर उतारा है। अब तीन दिन में फाइल फाइनल होनी चाहिए। अपने सीनियर्स से कंसल्ट करें, पेंडेसी नहीं करें क्योंकि पेंडेंसी भ्रष्टाचार से जोड़ता है। आज जब भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया गया तब आप जैसे प्रतिभाशाली लोगों को स्थान मिल पाया है। अन्यथा 2017 के पहले यह सपना था। इससे पहले एक नियुक्ति के पीछे उच्च पदस्त नियुक्ति में लग जाते थे। ऐसे लोग नियुक्त हो जाते थे जिन्हें कंप्यूटर के बारे में कुछ आता नहीं था, अकाउंटेंसी नहीं आती थी तो फाइल कैसे बढ़ती। सीएम ने कहा कि अब जब कोई आपसे पूछेगा कि आपकी नियुक्ति कब हुई तो आप कहेंगे कि 2023 में जब देश आजादी के अमृतकाल में प्रवेश किया था। आपके सामने अब 25 वर्षों की कार्य योजना होनी चाहिए।
सरकार की नजर में कोई भेद नहीं
सीएम योगी ने सरकार की कार्यप्रणाली के बारे में कहा कि सरकार की निगाह एक है, कोई भेद नहीं है और वह है सबका साथ और सबका विकास। आप भी उसी विजन का हिस्सा बन रहे हैं। आपने कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट पास किया होगा, तब 37 लाख लोगों ने परीक्षा दी थी। इसमें से गुजरकर आपने स्थान बनाया है जो हर्ष और बधाई का पात्र है। आप में से कोई नहीं कह सकता कि मेरा चयन किसी फेवर के आधार पर हुआ है। इसमें रिटायर्ड आर्मी सर्विसमैन से लेकर अल्पसंख्यक, दलित, पिछड़े व निराश्रितों समेत सभी को लाभ मिला है।
ईज ऑफ डूइंग बिजनेस पर करना होगा फोकसः सीएम योगी
सीएम योगी ने कहा कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के लिए सोचिए पहले 54 टेबल पर जाता था मगर आज उसे सिंगल टेबल कर दिया गया है। आप एयरपोर्ट पर जाते होंगे तो आपने देखा होगा वहां लगेज आगे बढ़ाने के इक्विपमेंट्स लगे होते हैं। ऐसे ही हमें ईज ऑफ डूइंग बिजनेस पर फोकस करना है। टेक्नोलॉजी ने इस काम को आसान कर दिया है। कोरोना से लेकर अभी तक अनाज हम दे रहे हैं। एक करोड़ लोगों को हम वृद्धावस्था पेंशन के रूप में 1000 रुपए देते हैं जो बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप पर एक क्लिक से हो जाता है। सरकार की मंशा साफ है हमारी मंशा गरीब, निराश्रित के प्रति है, एक दलित और अति पिछड़े व्यक्ति के साथ है।
दलाली की प्रवृति करती है सिस्टम को खोखला, इसे रोकना ही है लक्ष्य
सीएम योगी ने कहा कि हम 2 करोड़ युवाओं को टैबलेट व स्मार्टफोन दे रहे हैं। पीएम स्टार्टअप, पीएम स्टैंड अप योजना हो, डिजिटल योजना, मिशन शक्ति, पीएम सनिधि योजना क्या है यह सभी योजनाओं का लाभ सभी को मिलता है। ये अगर कर्मियों और लोगों को जानकारी होगी तो सभी को लाभ मिलेगा। दलाली प्रवृति के खिलाफ सरकार की प्राथमिकता के बारे में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जब योजनाओं और प्रक्रियाओं की जानकारी नहीं होती है तो दलाल सेंध लगाकर व्यव्स्था को खोखला बनाते हैं। इसे रोकना ही लक्ष्य है। प्रदेश में 6 लाख से ज्यादा रोजगार हमने उपलब्ध कराए हैं।
उत्तर प्रदेश लिख रहा तरक्की की गाथाः सीएम योगी
सीएम योगी ने प्रदेश में बने सकारात्मक माहौल को लेकर कहा कि पिछले 3 साल की रिपोर्ट देखिए, कई जगह नेगेटिव ग्रोथ हुए तो उत्तर प्रदेश पॉजिटिव ग्रोथ का केंद्र बना। उत्तर प्रदेश का हर नागरिक एक पॉजिटव ग्रोथ के साथ आगे बढ़ रहा है। चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरिक करते हुए सीएम योगी ने कहा कि आप भी सकारात्मक हों, अच्छे ढंग से बातचीत करें। हो सकती है व्यक्ति जानकारी न रखता हो मगर आपका अच्छा बर्ताव उसमें उम्मीद और विश्वास भर देगा। ये एक मैसेज लेकर जाएगा कि उत्तर प्रदेश में एक बदलाव आया है। उत्तर् प्रदेश एक अच्छी स्थिति से आगे बढ़ रहा है और आपको अब जीरो पेंडेंसी की ओर बढ़ रहा है। वह बोले, मुझे लगता है जिसे मोबाइल चलाना आता है वह ई फाइल एक्सेस कर सकता है। आप अपने स्तर पर फाइलों को निस्तारित करें।
मदरसों के कायाकल्प का भी मार्ग हो रहा सुनिश्चित
कार्यक्रम में अल्पसंख्यक कल्याण व पशुधन विभाग मंत्री धर्मपाल सिंह, अल्पसंख्यक व कल्याण विभाग के राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी, मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र, अपर मुख्य सचिव मोनिका एस गर्ग, अपर मुख्य सचिव देवेश चतुर्वेदी व प्रमुख सचिव एल देवराज भी उपस्थित रहे।
अभ्यर्थियों ने दिया सीएम को आभार
मुरादाबाद की कुमारी अकांक्षा रानी ने कहा कि अल्पसंख्यक विभाग में चयन और सीएम योगी के द्वारा नियुक्ति पत्र मिलना उनके जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि है। वहीं प्रयागराज के विवेक कुमार तिवारी ने सीएम योगी का धन्यवाद करते हुए कहा कि पूर्णतः पारदर्शी एवं निष्पक्ष प्रक्रिया से हुए इस चयन पर बेहद गर्वांवित महसूस कर रहा हूं। प्राविधिक शिक्षा विभाग में कंप्यूटर ऑपरेटर के तौर पर नियुक्त हुईं दीपाली श्रीवास्तव ने इसे नारी व युवा सशक्तिकरण का प्रतीक के तौर पर गर्व का क्षण करार दिया। एक्स आर्मी सर्विसमैन बरेली से धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि मेरा चयन प्राविधिक शिक्षा में कनिष्ठ सहायक के तौर पर होने के लिए सीएम योगी को हृद्य से आभार व्यक्त करता हूं। आश्वस्त करना चाहता हूं कि मैं पद व कार्य का ईमानदारी से निर्वहन करूंगा।