
नई दिल्ली। यासीन मलिक के बारे में तो आपको पता ही होगा। बीते दिनों कोर्ट ने उसे टेरर फंडिंग के दो मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई थी। इसके अलावा मलिक पर 10 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया गया था। उधर, अब यासीन मलिक से जुड़ी एक बड़ी अपडेट आज सामने आई है। दरअसल, आज 1989 में रूबिया सईद अपहरण कांड की सुनवाई हुई थी। जिसमें रूबिया खुद पेश हुई और उन्होंने यासीन मलिक को अपहरणकर्ता बताया। बता दें कि भरी अदालत में सुनवाई के दौरान रूबिया सईद ने यासीन मलिक के बारे में कहा कि इसी ने मेरा अपहरण किया था। ध्यान रहे कि इस अपहरण कांड ने पूरे देश में सनसनी मचा कर रख दी थी। देश की राजनीति में हड़कंप मच चुका था। यासीन मलिक की तरफ से रूबिया को छुड़ाने के एवज में पांच दुर्दांत आतंकियों को छोड़ने की मांग की गई थी। विदित है कि 1990 में सीबीआई ने इस मामले की जांच अपने हाथ में लेने के बाद रुबिया को मुख्य गवाह बनाया था। वहीं, आज फिर कोर्ट में रूबिया अपहरण कांड की सुनवाई हुई है, जिसे लेकर रूबिया की तरफ से बड़ा बयान दिया गया है, जिसकी चर्चा अभी अपने चरम पर है। आइए, अब आगे कि रिपोर्ट में आपको पूरा माजरा विस्तार से बताते हैं।
जानें पूरा माजरा
तो बात उन दिनों की है, जब जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद अपने चरम पर पहुंच चुका था। उन दिनों केंद्र सरकार में गृह मंत्री थे मुफ्ती मोहम्मद सईद। तभी जेकेएलएफ प्रमुख यासीन मलिक की अगुवाई में तत्कालीन केंद्रीय गृह मंत्री की बेटी रूबिया सईद का अपहरण कर लिया गया था। रूबिया सईद को छोड़ने के एवज में 5 दुर्दांत आतंकियों को छोड़ने की मांग की गई थी। मजबूरन सरकार को आतंकियों को छोड़ना पड़ा।
इस पूरे मामले ने देश में सनसनी मचा कर रख दी थी। उन दिनों यासीन मलिक जम्मू-कश्मीर में अलगाववाद को बढ़ावा दे रहा था। वहीं, आज रूबिया सईद मामले में कोर्ट में सुनवाई हुई है, जिस पर उनकी तरफ से यासीन मलिक के संदर्भ में यह टिप्पणी की गई। बहरहाल, अभी यासीन मलिक आतंकियों को फंडिंग देने के मामले में सजा काट रहा है।