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Congress Meet: चुनाव दर चुनाव हारने के बाद कांग्रेस आलाकमान ने संगठन को मजबूत करने की दिशा में उठाया कदम, 700 जिलाध्यक्षों के साथ अहम बैठक का फैसला

Congress Meet: साल 2014 से लगातार तमाम अहम चुनाव गंवा चुकी कांग्रेस को शायद अब अपने संगठन को दुरुस्त करने की याद आई है! कांग्रेस आलाकमान ने सभी राज्यों में जमीनी स्तर पर पार्टी को मजबूत करने के लिए कवायद शुरू की है। इस कवायद के तहत कांग्रेस आलाकमान ने 700 जिलाध्यक्षों के साथ बैठक करने का फैसला किया है। मार्च और अप्रैल में ये बैठक करने का फैसला कांग्रेस आलाकमान ने लिया है। इसके बाद पार्टी संगठन में फेरबदल होने के आसार हैं।

नई दिल्ली। साल 2014 से लगातार तमाम अहम चुनाव गंवा चुकी कांग्रेस को शायद अब अपने संगठन को दुरुस्त करने की याद आई है! कांग्रेस आलाकमान ने सभी राज्यों में जमीनी स्तर पर पार्टी को मजबूत करने के लिए कवायद शुरू की है। इस कवायद के तहत कांग्रेस आलाकमान ने 700 जिलाध्यक्षों के साथ बैठक करने का फैसला किया है। कांग्रेस आलाकमान की पार्टी जिलाध्यक्षों के साथ ये बैठक 27, 28 मार्च और 3 अप्रैल को दिल्ली में होगी। इस बैठक में कांग्रेस संगठन की नई रूपरेखा बनेगी। ताकि जमीनी स्तर पर पार्टी को राज्यों में मजबूत किया जा सके। इस तरह की बैठक कांग्रेस ने 16 साल पहले की थी।

हिंदी अखबार हिंदुस्तान की खबर के मुताबिक पार्टी के जिलाध्यक्षों के साथ बैठक में संगठन की जो रूपरेखा तय होगी, उसे कांग्रेस गुजरात में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू करेगी। गुजरात में साल 2027 में विधानसभा के चुनाव होने हैं। कांग्रेस लंबे वक्त से गुजरात की सत्ता से बाहर है। बीते दिनों ही राहुल गांधी अहमदाबाद के दौरे पर गए थे। वहां कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं से बातचीत में राहुल गांधी ने कहा था कि गुजरात की जनता तभी कांग्रेस को वोट देगी, जब पार्टी अपनी नीतियों को उन तक ले जाएगी। राहुल गांधी ने अहमदाबाद में ये तक कहा था कि कांग्रेस से ऐसे नेताओं को बाहर करने की जरूरत है, जो पार्टी में रहकर बीजेपी के लिए काम करते हैं।

कांग्रेस साल 2014, 2019 और 2024 के लोकसभा चुनाव हारी। साथ ही उसने राजस्थान, छत्तीसगढ़ और पंजाब की सत्ता भी गंवाई है। मध्य प्रदेश को भी कांग्रेस जीत नहीं सकी। हाल के चुनावों की बात करें, तो कांग्रेस को हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भी जोर का झटका लगा और वो दोनों जगह बीजेपी और एनडीए को सत्ता से बाहर करने में नाकाम रही है। इस साल नवंबर में बिहार विधानसभा के चुनाव हैं। इसके बाद अगले साल पश्चिम बंगाल का अहम चुनाव होने जा रहा है। साल 2027 में गुजरात के अलावा यूपी और उत्तराखंड में भी विधानसभा चुनाव होने हैं।