newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Wrestling Players Agitation Issue Gained Momentum : विनेश, बजरंग और साक्षी पर दर्ज हो देशद्रोह का मुकदमा, भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष संजय सिंह ने की मांग

Wrestling Players Agitation Issue Gained Momentum : भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष संजय सिंह ने केंद्र सरकार से मांग की है कि पहलवानों के पूरे आंदोलन की जांच कराई जाए। संजय ने भी खिलाड़ियों के आंदोलन के पीछे कांग्रेस के हाथ होने का दावा किया है। इससे पहले कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह भी यह आरोप लगा चुके हैं।

नई दिल्ली। विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक के नेतृत्व में कुछ समय में पहलवानों द्वारा जंतर मंतर पर आंदोलन का मामला एक बार फिर तूल पकड़ रहा है। भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष संजय सिंह ने केंद्र सरकार से मांग की है कि पहलवानों के पूरे आंदोलन की जांच कराई जाए और विनेश, बजरंग और साक्षी पर देशद्रोह का मुकदमा चलाया जाए। संजय सिंह ने भी खिलाड़ियों के जंतर-मंतर पर हुए आंदोलन को लेकर सवाल उठाते हुए इसके पीछे कांग्रेस का हाथ होने का दावा किया।

आपको बता दें कि इससे पहले कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष और बीजेपी नेता बृजभूषण शरण सिंह भी पहलवानों के आंदोलन के पीछे कांग्रेस को जिम्मेदार ठहरा चुके हैं। विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया कल ही कांग्रेस में शामिल हुए हैं। कांग्रेस ने विनेश को जुलाना विधानसभा सीट से टिकट दी है। जबकि बजरंग को अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। इन दोनों खिलाड़ियों के कांग्रेस ज्वाइन करने के बाद से ही पहले बृजभूषण शरण सिंह ने और अब कुश्ती संघ के मौजूदा अध्यक्ष संजय सिंह ने इन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। न्यूज चैनल आज तक की खबर के अनुसार,संजय सिंह ने कहा कि कांग्रेस के भूपेंद्र हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा ने सुनियोजित तरीके से षड्यंत्र रचते बेटियों का इस्तेमाल किया और उनको मोहरा बनाते हुए उनसे आंदोलन कराया।

साक्षी मलिक पर भी निशाना साधते हुए संजय सिंह ने कहा कि वो राजनीति करें या न करें लेकिन उन्होंने कुश्ती का बंटाधार कर दिया है। महिला पहलवानों द्वारा बृजभूषण शरण सिंह पर लगाए गए यौन शोषण के आरोपों पर कुश्ती संघ के अध्यक्ष संजय ने कहा कि किसी भी तरह का और आरोप अगर उनपर लगाया जाता तो वो उनकी छवि को देखते हुए सच माना जा सकता था लेकिन जिसने अपने कॉलेज के दिनों में महिला सुरक्षा के मुद्दे को लेकर आवाज उठाई और वहीं से उनके राजनीतिक जीवन की शुरुआत हुई उस पर इस तरह के आरोप लगाया जाना गलत है।