रायपुर। छत्तीसगढ़ में सीएम भूपेश बघेल और उनकी सरकार के मंत्री टीएस सिंहदेव के बीच छत्तीस का आंकड़ा और गहराता दिख रहा है। रविवार को सिंहदेव ने भूपेश बघेल के आवास पर हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक से किनारा कर लिया। इससे एक दिन पहले ही उन्होंने पंचायत विभाग का अतिरिक्त प्रभार भी छोड़ दिया था। पिछले काफी समय से दोनों के बीच अनबन की अटकलें हैं। इन अटकलों ने ताजा घटनाक्रम के बाद और जोर पकड़ लिया है। सिंहदेव इस बैठक में शामिल न होकर अपने गृहनगर अंबिकापुर पहुंच गए। उन्होंने कहा कि पहले से तय कार्यक्रम में शामिल होना जरूरी था। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभारी पीएल पुनिया ने इस बारे में कहा कि सारी जानकारी पार्टी आलाकमान को दे दी गई है।
Chhattisgarh Minister TS Singhdeo resigns from the post of state’s Panchayat & Rural Development Minister pic.twitter.com/eG7oiIocMl
— ANI (@ANI) July 16, 2022
शनिवार को ही सिंहदेव ने 4 पन्नों का लंबा इस्तीफा बघेल को भेजा था। इस इस्तीफे को उन्होंने मीडिया को जारी भी कर दिया था। वहीं, सीएम का कहना है कि पंचायत विभाग से सिंहदेव का इस्तीफा अब तक उन्हें नहीं मिला है। सिंहदेव ने इस इस्तीफे में लिखा था कि वो पहले जो चार विभागों का प्रभार मिला है, उसे संभालते रहेंगे। उन्होंने इस्तीफे में लिखा था कि सरकार का कामकाज संतोषजनक नहीं है। विभाग को पीएम आवास योजना के तहत गरीबों के लिए घर बनाने थे, लेकिन इसके लिए फंड मंजूर नहीं हुआ। इसके अलावा भी अन्य तमाम बातें सिंहदेव ने इस्तीफा पत्र में लिखी थीं।
बता दें कि इससे पहले पिछले साल सिंहदेव ने मंत्री होते हुए विधानसभा से वॉकआउट किया था। तब बघेल समर्थक एक विधायक पर उन्होंने खुद को धमकी देने का आरोप लगाया था। सिंहदेव ने उस वक्त विधानसभा में साफ कहा था कि इस विधायक पर सीएम कार्रवाई करें। जिसके बाद वो सदन से निकलकर चले गए थे। बाद में उनको मना लिया गया था। माना जाता है कि सीएम पद को लेकर ही सिंहदेव नाराज हैं। कई बार दिल्ली में वो कांग्रेस आलाकमान से भी मिल चुके हैं।