नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा ने सांसदों और मंत्रियों को भी उम्मीदवार बनाया था। इनमें से भाजपा के दो सांसद निशिथ प्रमाणिक और जगन्नाथ सरकार क्रमशः दिनहाटा और शांतिपुर से विधायक निर्वाचित हुए हैं, लेकिन अब दोनों नेता ने पार्टी के निर्देश पर विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। दोनों ने विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी को अपना इस्तीफा पत्र सौंपा है। विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद निशिथ प्रमाणिक ने कहा, ‘हमने पार्टी के फैसले का पालन किया है। पार्टी ने फैसला किया है कि हमें अपनी विधानसभा सीटों से इस्तीफा दे देना चाहिए।’
दरअसल, विधानसभा चुनाव में भाजपा ने जीत हासिल करने के लक्ष्य से सांसदों और मंत्रियों को उम्मीदवार बनाया था। इनमें से भाजपा के दो एमपी निशिथ प्रमाणिक और जगन्नाथ सरकार क्रमशः दिनहाटा और शांतिपुर से विधायक निर्वाचित हुए हैं। ऐसे में दोनों नेता विधायक या सांसद किसी एक पद पर ही रह सकते हैं।
Two BJP MPs Jagannath Sarkar and Nisith Pramanik elected to the Bengal assembly from Santipur and Dinhata, respectively submitted their resignation before Speaker Biman Banerjee. pic.twitter.com/HjV4IVctE5
— ANI (@ANI) May 12, 2021
भाजपा ने बंगाल के चार सांसदों को चुनाव में उतारा था। इनमें दो जीते हैं और दो हार गए थे। विजेता उम्मीदवार कूचबिहार से निशीथ प्रमाणिक और रानाघाट से जगन्नाथ सरकार एमपी हैं। सवाल यह था कि अगर निशीथ और जगन्नाथ दोनों सांसद के रूप में इस्तीफा देते हैं, तो इन दो लोकसभा सीटों पर फिर से चुनाव होगा। वहीं पार्टी की तरफ से यह भी कहा गया है कि इनको अपने लोकसभा क्षेत्र में रहकर लगातार काम करने की जरूरत है ऐसे में इन्हें हाईकमान की तरफ से आदेश दिया गया कि ये विधायक पद से इस्तीफा दे दें।
ऐसी स्थिति में राजनीतिक विश्लेषकों का मत है कि विधानसभा चुनाव के परिणामों को देखने के बाद बीजेपी आशंकित है कि इन दो लोकसभा सीटों को फिर से बरकरार रख पाएंगे, क्योंकि 2021 के बाद बंगाल में स्थिति बदल गई है। ममता बनर्जी ने 213 सीटों पर जीत हासिल कर फिर से सरकार बनाई है।