नई दिल्ली। रविवार को उत्तर प्रदेश एटीएस ने धर्मांतरण मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इन तीन लोगों की पहचान सलीम, इदरीस और कुनाल उर्फ आतीफ के रूप में हुई है। ये तीनों ही धर्मांतरण के कुकृत्य में शामिल थे। विगत कुछ दिनों से तेजी से आते धर्मांतरण के मामले यूपी सरकार के लिए चिंता का सबब बन चुके हैं। इससे पहले भी धर्मांतरण के आरोप में कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया था। वहीं, अपनी इस कार्रवाई पर एटीएस ने बयान जारी कर कहा कि अवैध धर्मांतरण का देशव्यापी गिरोह संचालित करने वाले हवाला के जरिए वित्त पोषण के आरोप में मुजफ्फरनगर निवासियों मोहम्मद इदरीस और मोहम्मद सलीम तथा महाराष्ट्र के नासिक जिला निवासी कुणाल अशोक चौधरी उर्फ आतिफ को गिरफ्तार किया गया है।
इससे पहले भी हुए कई मौलाना गिरफ्तार
गौरतलब है कि इससे पहले भी एटीएस की तरफ से कई मौलानाओं समेत अन्य लोगों को धर्मांतरण के मामले में गिरफ्तार किया गया। इससे पहले विगत 20 जून को मौलाना उमर गौतम समेत अन्य लोगों को धर्मांतरण के मामले में गिरफ्तार किया गया था। इससे पूर्व 21 सितंबर को मौलाना कलीम सिद्दिकी को धर्मांतरण के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। कलीम सिद्दिकी पर आरोप है कि उसने 5 लाख से भी ज्यादा लोगों को धर्मांतरण कराया है। इन दोनों ही लोगों के संपर्क मौलाना उमर गौतम से रहे हैं, जिसका धर्मांतरण मामले में मुख्य किरदार रहा है।
इस तरह चलाते थे धर्मांतरण का पूरा खेल
बताते चलें कि धर्मांतरण के खेल को संचालित करने के लिए ये विदेशों से प्राप्त होने वाले वित्त पर आश्रित थे। हवाला के जरिए विदेशों से वित्त प्राप्त कर ये भारत में धर्मांतरण के कारोबार को फलीभूत करने का काम करते थे। इसी कड़ी में मौलाना कलीम सिद्दिकी के खाते में 1.5 करोड़ रूपए बहरीन से आए थे। फिलहाल सरकार धर्मांतरण के खेल को खत्म करने के लिए पूरी कोशिश कर रही है।