लखनऊ। महाराज जी मेरी बेटी की शादी नहीं हो पाती, यदि शौर भूमि पर आप निर्णय नहीं लेते। बरसों पुरानी मेरी जमीन हाथ से निकल गई थी। मुझे रात में नींद भी नहीं आती थी, लेकिन आपने हमारे पक्ष में निर्णय लेकर हमे जीवन की नई धारा से जोड़ा है। इससे मैं और मेरा परिवार बहुत खुश है। ये शब्द जेवर के ग्राम रन्हेरा के वनवारी प्रजापति के हैं। उन्होंने यह बात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के दौरान आभार प्रकट करते हुए कही।
जमीन के मुआवजे और दाखिल खारिज पर लगा दी गयी थी रोक
मालूम हो कि एक शासनादेश के माध्यम से शोर भूमि के पट्टे करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही और प्रदेश के उन किसानों के मुआवजे तथा दाखिल-ख़ारिज पर रोक लगा दी गयी थी, जिनके पास शौर श्रेणी की भूमि थी। इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर किसानों के पक्ष में निर्णय लेने के लिए कैबिनेट में प्रस्ताव लाया गया। इसके बाद 3 अगस्त को शासनादेश के माध्यम से शोर भूमि को सामान्य श्रेणी की भूमि घोषित किया गया। इससे प्रदेश के हजारों किसानों को भूमिधारी अधिकार प्राप्त होने लगे।
45 वर्ष पहले किसानों को दिया गया था पट्टा
योगी सरकार के फैसले से खुश किसानों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर उनका शुक्रिया अदा किया। इस दौरान रामप्रसाद नाई भू-धारक रन्हेरा ने भावुक होते हुए कहा कि महाराज जी मैं जाति से खटीक हूं और बहुत गरीब हूं। मुझे वर्ष 1978 यानी कि 45 वर्ष पूर्व पट्टा मिला था, जो हमारी रोजी रोटी का एकमात्र जरिया था। वहीं आपके शोर भूमि के निर्णय ने हमारी जिंदगी बदल दी, वरना हमारी बच्चियों की शादी भी नहीं हो पाती। हम आपका ये उपकार कभी नहीं भूलेंगे। मेघराज जाटव निवासी ग्राम वीरमपुर ने कहा कि योगी जी आपने हमारे घर में खुशियां लौटा दीं, वरना भूखे मरने की नौबत आ गई थी। हमारे बच्चे सदैव आपके अहसानमंद रहेंगे। वहीं विशंभर खटीक ग्राम मुढरह ने सीएम योगी के पूछने पर बताया कि मुझे 9 बीघा का पट्टा मिला था। आपके फैसले से हमारे बच्चों का भविष्य संवर गया है।
प्रतिनिधिमंडल में लयकराम, ओमकार सिंह, नानक चंद जाटव, प्रभारी मंत्री बृजेश सिंह, जिलाधिकारी गौतमबुद्ध नगर मनीष कुमार वर्मा, यमुना एक्सप्रेस वे औधोगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अरुणवीर सिंह, ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी रवि कुमार एनजी, भाजपा पश्चिम के अध्यक्ष सतेन्द्र सिंह शिशोदिया आदि मौजूद रहे।