लखनऊ। यूपी में सीएम योगी आदित्यनाथ ने साल 2017 में जब पहली बार सत्ता संभाली थी, तो उन्होंने बदमाशों और गुंडों से निपटने के लिए पुलिस को खुली छूट दी थी। पुलिस ने 5 साल में दर्जनों बदमाशों को एनकाउंटर में ठिकाने लगाया था। योगी के दूसरी बार राज में भी यूपी पुलिस बदमाशों पर काल बनकर टूट पड़ी है। नतीजा ये है कि पिछले 19 दिनों में ही दो बड़े इनामी बदमाश ढेर किए गए हैं और करीब 5 दर्जन बदमाशों ने सरेंडर किया है। इसके अलावा कई बदमाशों और डॉन अतीक जैसे लोगों की अवैध संपत्ति को कुर्क किए जाने और बुल्डोजर से जमींदोज किए जाने की कार्रवाई भी बदस्तूर जारी है।
पुलिस मुख्यालय से उपलब्ध डेटा के मुताबिक यूपी में बीते 19 दिन में पुलिस ने 84 मुठभेड़ कीं। इन मुठभेड़ में वाराणसी के लोहता में 2 लाख का इनामी मनीष सिंह उर्फ मोनू मार गिराया गया। वहीं, दूसरा 1 लाख का इनामी बदमाश राहुल योगी सरकार के शपथग्रहण के दिन 25 मार्च को लखनऊ में हुई मुठभेड़ में ढेर हो गया। पुलिस के मुताबिक मुठभेड़ में 71 बदमाश गोली लगने से घायल हुए और उनको दबोचकर जेल की सलाखों के पीछे भेजने में सफलता मिली।
योगी सरकार के इस दौर में 55 बदमाश या तो थाने या फिर कोर्ट पहुंचे और वहां सरेंडर किया। यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार के मुताबिक बदमाशों से यूपी की जनता को निजात दिलाने के लिए बीते 5 साल से जारी कार्रवाई अब और तेज की जाएगी। बता दें कि योगी ने सीएम पद की शपथ लेने के बाद यूपी पुलिस के आला अफसरों से भी बैठक की थी। इस बैठक में उन्होंने कहा था कि हर हाल में प्रदेश की जनता को सुरक्षा दी जाए। हाल ही में हुए चुनाव के दौरान तमाम वोटरों ने कहा भी था कि योगी के राज में वो सुरक्षित महसूस करते हैं और बहन-बेटियां अब शाम को भी बिना किसी डर के घरों से निकल सकती हैं।