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Maharashtra: शिवसेना के विधायक का उद्धव के खिलाफ मोर्चा, कहा- मंत्री बनाते नहीं और चुप करा देते हैं

शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के बीच अंतर्कलह से जूझ रही महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार में अब मंत्रीपद बंटवारे में भेदभाव को लेकर आवाजें उठनी शुरू हो गई हैं। ये आवाज उठाई है शिवसेना के सोलापुर से विधायक शाहजी बापू पाटिल ने।

मुंबई। शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के बीच अंतर्कलह से जूझ रही महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार में अब मंत्रीपद बंटवारे में भेदभाव को लेकर आवाजें उठनी शुरू हो गई हैं। ये आवाज उठाई है शिवसेना के सोलापुर से विधायक शाहजी बापू पाटिल ने। पाटिल ने पंढरपुर में एक जनसभा में ये मुद्दा उठा दिया और कहा कि महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार में वरिष्ठ विधायकों को ही मंत्री नहीं बनाया गया है। यहां तक कि शाहजी ने ये भी कह दिया कि वो तो बीजेपी और अन्य दलों की मदद की वजह से विधायक बन गए। यानी उनका इशारा इस ओर था कि बीजेपी अगर मदद नहीं करती, तो शिवसेना के नाम पर उन्हें वोट नहीं मिलने वाले थे।

Uddhav

शिवसेना विधायक ने कहा कि मंत्रीपद में वरिष्ठ नेताओं को उद्धव ठाकरे तवज्जो नहीं देते हैं। पाटिल ने एनसीपी के नेता बबनराव शिंदे का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि इतने सीनियर विधायक होने के बाद भी बबनराव जी को महाविकास अघाड़ी सरकार में कोई पद नहीं मिला। पाटिल ने कहा कि मुझे भी किसी विभाग का मंत्री नहीं बनाया गया और इस बारे में बात करने पर शिवसेना के उच्च स्तर से चुप रहने के लिए कहा गया। पाटिल के तेवर देखकर साफ लग रहा था कि वो अब ज्यादा दिन और इंतजार करने के मूड में नहीं हैं और शिवसेना से बगावत का झंडा भी बुलंद कर सकते हैं।

Uddhav And Sonia

शाहजी बापू ने कहा कि शिवसेना के तहसील में सिर्फ 1100 वोटर हैं। मैं इसलिए जीता क्योंकि बीजेपी और अन्य दलों ने समर्थन किया। बता दें कि शिवसेना पहले ही कांग्रेस और एनसीपी के साथ गठबंधन करके तमाम दिक्कतों का सामना कर रही है। पहले ही एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार कह चुके हैं कि उन्होंने उद्धव को डर दिखाकर सरकार बनवा ली। वहीं, कांग्रेस के नेता भी लगातार कहते रहते हैं कि बीएमसी और विधानसभा के चुनाव में शिवसेना से गठबंधन का कोई सवाल ही नहीं है। शिवसेना की ओर से भी तमाम मुद्दों पर कांग्रेस को निशाना बनाया जाता है। ताजा मामला पीएम नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में सेंध का है। शिवसेना ने इस मामले में कांग्रेस पर हमलावर रुख अपनाते हुए जांच की मांग की थी।