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ED FEMA Case: आज ED के सामने पेश होंगे वैभव गहलोत, जानिए किस मामले में पूछताछ कर रही एजेंसी?

ED FEMA Case: इस साल अगस्त में जयपुर, उदयपुर, मुंबई, दिल्ली में लगातार तीन दिनों तक छापेमारी की गई, जिसमें 1.2 करोड़ रुपये नकद जब्त किए गए। जांच में घोषित आय से अधिक संपत्ति का खुलासा हुआ।

नई दिल्ली। राजस्थान में चुनावी सरगर्मियों के बीच, जहां कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने हैं, राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत आज, शुक्रवार, 27 अक्टूबर को जयपुर में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कार्यालय में पूछताछ का सामना करने के लिए तैयार हैं। सूत्र बताते हैं कि विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत एक मामले से संबंधित इस पूछताछ के दौरान उनका बयान आधिकारिक तौर पर दर्ज किया जाएगा।

वैभव गहलोत ने स्थिति पर विचार करते हुए कहा, “बारह साल पहले, मुझे ईडी से एक समन मिला था और हमने तब सहयोग किया था। हमने उनके समन पर अपना जवाब दिया था। इस बार भी, हमें इस दौरान बुलाए जाने की संभावना का अनुमान था।” चुनाव, और एक बार फिर, हम उनके सम्मन का जवाब देंगे।” उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया कि वह ईडी की पूछताछ में सक्रिय रूप से भाग लेंगे, उन्होंने कहा, “मैं न तो बचूंगा और न ही डरूंगा। मैं हर सवाल का जवाब दूंगा।”

मनी लांड्रिंग के तहत अत्यधिक संपत्ति के आरोप

ईडी की जांच राजस्थान पर्यटन से जुड़े दो समूहों – ‘ट्राइडेंट होटल्स एंड रिसॉर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड’ और ‘वर्धा एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड’ में मनी लॉन्ड्रिंग के माध्यम से आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक जमा करने के आरोपों के इर्द-गिर्द घूमती है। वैभव गहलोत की कंपनी पर शेल कंपनियों के जरिए करीब 100 करोड़ रुपये मॉरीशस भेजने का आरोप है. यह शिकायत सबसे पहले जून में राज्यसभा सदस्य किरोड़ीलाल मीना ने ईडी में दर्ज कराई थी। उन्होंने वैभव गहलोत पर होटल फेयरमोंट से जुड़ी मॉरीशस की एक कंपनी से करीब 100 करोड़ रुपये निवेश कराने का आरोप लगाया था.

यह पहली बार नहीं है जब बीजेपी ने वैभव गहलोत की कंपनी पर आरोप लगाए हैं। 2012 में भी इसी तरह के आरोप लगाए गए थे, जिसके बाद 2015-16 में ईडी की जांच हुई। वैभव के बिजनेस पार्टनर रतन कांत शर्मा ने मार्च 2007 में ‘ट्राइडेंट होटल्स एंड रिसॉर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड’ पंजीकृत किया था, जिसमें रतन और उनकी पत्नी जूही के नाम पर 2,27,000 रुपये के शेयर जारी किए थे। इसके अलावा जूही के नाम पर 14,500 शेयर रजिस्टर्ड थे। जुलाई 2011 में, ट्राइडेंट होटल्स के 2,500 शेयर 39,900 रुपये के प्रीमियम पर मॉरीशस में ‘शिवनार होल्डिंग्स’ को हस्तांतरित कर दिए गए। इसके बाद कंपनी, उसके निदेशकों और प्रमोटरों पर ईडी की छापेमारी हुई।

हाल के घटनाक्रम

इस साल अगस्त में जयपुर, उदयपुर, मुंबई, दिल्ली में लगातार तीन दिनों तक छापेमारी की गई, जिसमें 1.2 करोड़ रुपये नकद जब्त किए गए। जांच में घोषित आय से अधिक संपत्ति का खुलासा हुआ। कंपनी से करीबी तौर पर जुड़े वैभव गहलोत को अब इस संबंध में ईडी की पूछताछ का सामना करना पड़ रहा है। सूत्र यह भी बताते हैं कि इस पूछताछ के दायरे में गहलोत के प्रमुख कारोबारी सहयोगी रतनकांत शर्मा भी आते हैं। इस मामले में ईडी का आगामी कदम देखने वाली बात होगी।