लखनऊ। सेफ सिटी परियोजना के अंतर्गत नगर विकास विभाग ने सेफ सिटी एप को अपने स्मार्ट सिटी एप में समाहित करने का निर्णय लिया है। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र के समक्ष सेफ सिटी परियोजना को लेकर हुए प्रतुतिकरण में इसकी जानकारी दी गई है। उल्लेखनीय है कि योगी सरकार सेफ सिटी परियोजना को तेज़ी से धरातल पर उतारने की दिशा में बढ़ रही है। परियोजना को तय समय में पूर्ण करने के लिए विभिन्न विभागों को जिम्मेदारियां प्रदान की गई हैं।
मुख्यमंत्री जी के मिशन सेफ सिटी में सार्वजनिक स्थानों के कैमरे आईसीसीसी से जुड़कर प्रदेशवासियों को करेंगे सुरक्षित। ब्रेन स्टॉर्मिंग सेशन में 20 कम्पनियों के प्रस्तुतिकरण में सेफ सिटी परियोजना अंतर्गत लखनऊ, कानपुर और अलीगढ को लेकर विस्तृत चर्चा हुई।#GoodGovernance#SmartCities pic.twitter.com/hDwxsCDEmj
— Swachh Uttar Pradesh 2.0 (Urban, SBM) (@NagarVikasUP) July 22, 2023
16 नगर निगमों में डे केयर सेंटर की शुरुआत
परियोजना के अंतर्गत नगर विकास विभाग से प्रथम चरण में 17 नगर निगम एवं गौतमबुद्ध नगर में सीसीटीवी के डेटा कॉलेक्शन की अपेक्षा की गई थी जिसके जवाब ने नगर विकास विभाग द्वारा प्रगति के विषय में जानकारी दी गई। इसमें बताया गया कि कमेटी का गठन जल्द से जल्द किया जाना है। सेफ सिटी एप को लेकर बताया गया है कि स्मार्ट सिटी एप में ही सेफ सिटी एप को समाहित किया जाएगा। इसके साथ ही वाराणसी को छोड़कर सभी 16 नगर निगमों में वरिष्ठों के लिए डे केअर सेंटर की शुरुआत हो चुकी है। इसी के तहत मिशन निदेशक स्मार्ट सिटी धर्मेंद्र प्रातप सिंह को राज्य स्तरीय नोडल अधिकारी नामित किया गया है।
सिटी बसों में लगेंगे सीसीटीवी
परिवहन विभाग से सभी सिटी बसों, ओला, उबेर में सीसीटीवी और पैनिक बटन लगाए जाने की अपेक्षा की गई थी। इसके जवाब में परिवहन विभाग द्वारा बताया गया कि इस हेतु दिल्ली मॉडल का अध्ययन कर आख्या प्रमुख सचिव, परिवहन विभाग, उ0प्र0 को 13 जुलाई 2023 को उपलब्ध करा दी गई है। इन्टीग्रेशन के सम्बन्ध में वार्ता के लिए ‘ओला’ एवं ‘उबर’ के प्रतिनिधियों को बुलाया गया है। परिवहन विभाग द्वारा यूपी 112 के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर मंत्रणा कर योजना के क्रियान्वयन, इण्टीग्रेशन की कार्य-योजना तय करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा परिवहन विभाग को नयन एप का अध्ययन किए जाने हेतु कहा गया है।