newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Manipur Violence: मणिपुर में 3 मंत्रियों और 6 विधायकों के घर उग्र भीड़ का हमला, सीएम के दामाद का घर फूंका; हिंदू मैतेई महिलाओं और बच्चों की हत्या के बाद बढ़ा बवाल

Manipur Violence: मणिपुर में 3 हिंदू मैतेई महिलाओं और 3 बच्चों के शव मिलने के बाद एक बार फिर हिंसा का तांडव शुरू हो गया है। इन महिलाओं को बीते दिनों कुकी आतंकियों ने जिरीबाम से अगवा किया था। उग्र भीड़ ने हिंदू मैतेई महिलाओं और बच्चों की हत्या के बाद 3 मंत्रियों और 6 विधायकों के घर शनिवार को हमला किया।

इंफाल। मणिपुर में 3 हिंदू मैतेई महिलाओं और 3 बच्चों के शव मिलने के बाद एक बार फिर हिंसा का तांडव शुरू हो गया है। इन महिलाओं को बीते दिनों कुकी आतंकियों ने जिरीबाम से अगवा किया था। उग्र भीड़ ने हिंदू मैतेई महिलाओं और बच्चों की हत्या के बाद 3 मंत्रियों और 6 विधायकों के घर शनिवार को हमला किया। मणिपुर के सीएम एन. बीरेन सिंह के दामाद के घर को भी आग लगाई गई। तमाम गाड़ियों को भी फूंका गया। हालात गंभीर होते देखकर मणिपुर सरकार ने इंफाल पूर्व, इंफाल पश्चिम, थौबल, बिष्णुपुर और कचिंग जिलों में कर्फ्यू लगाया है। सभी जगह मोबाइल इंटरनेट बंद किया गया है। सेना और असम रायफल्स के जवान प्रभावित इलाकों में गश्त लगा रहे हैं। मणिपुर पुलिस ने बताया है कि हिंसा के संबंध में 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनसे हथियार भी बरामद हुए हैं। वहीं, ये खबर भी है कि मणिपुर में मंत्री अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं।

मणिपुर के जिरीबाम स्थित बोरोबेकरा में 11 नवंबर को कुकी आतंकियों ने सीआरपीएफ के कैंप पर हमला किया था। इस पर सीआरपीएफ ने भी कार्रवाई करते हुए 11 कुकी आतंकियों को मार गिराया था। इस हमले के बाद से ही 3 हिंदू मैतेई महिलाएं और बच्चे लापता था। इनमें से 3 के शव शुक्रवार को असम सीमा स्थित जिरीमुख में नदी से मिले थे। जबकि, बाकी 3 अगवा हुए लोगों के शव शनिवार को बराक नदी से मिले। इसकी जानकारी सार्वजनिक होते ही मणिपुर में उग्र लोग सड़क पर उतर आए और हिंसा की घटनाएं होने लगीं। वहीं, मणिपुर कैबिनेट ने प्रस्ताव पास कर केंद्र सरकार से उपद्रव ग्रस्त 6 इलाकों से अफस्पा कानून हटाने का आग्रह किया है।

मणिपुर में 2023 के मई महीने से हिंसा भड़की थी। मणिपुर हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से कहा था कि वो मैतेई समुदाय को जनजातीय का दर्जा और आरक्षण देने पर विचार करे। राज्य में कुकी ही जनजाति के तहत आते हैं। मणिपुर हाईकोर्ट के फैसले के बाद विरोध शुरू हुआ और फिर कुकी और मैतेई समुदायों के बीच हिंसा होने लगी। इस हिंसा में अब तक तमाम लोगों की जान गई है। जबकि, कुकी आतंकियों ने मैतेई समुदाय के तमाम गांवों को भी फूंका है। कुछ महीने पहले कुकी आतंकियों ने मैतेई गांव और मंदिर पर रॉकेट भी दागे थे। खुफिया जानकारी के मुताबिक कुकी उग्रवादियों को भारत विरोधी विदेशी ताकतों से समर्थन और हथियार वगैरा मिल रहे हैं।