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Clash In Congress: उदयपुर हत्याकांड पर कांग्रेस में टकराव, ट्विटर पर भिड़े आचार्य प्रमोद और जयराम रमेश

इससे पहले आचार्य प्रमोद ने उद्धव ठाकरे को महाराष्ट्र का सीएम पद छोड़ने की सलाह दी थी। जिसपर जयराम रमेश ने कहा था कि न तो कृष्णम कांग्रेस के आधिकारिक प्रवक्ता हैं और न ही उन्होंने पार्टी की ओर से ये आधिकारिक बयान दिया है। उस मुद्दे पर भी प्रमोद कृष्णम ने जयराम रमेश को करारा जवाब दिया था।

नई दिल्ली। उदयपुर में टेलर का काम करने वाले कन्हैयालाल की दो इस्लामी आतंकियों के हाथ हत्या के मामले से कांग्रेस के भीतर भी संग्राम छिड़ गया है। इस मुद्दे पर कांग्रेस के दो नेता जयराम रमेश और आचार्य प्रमोद कृष्णम आमने-सामने आ गए हैं। आचार्य प्रमोद ने कन्हैयालाल की हत्या के मामले में अपनी ही पार्टी की राजस्थान सरकार और उसके सीएम अशोक गहलोत पर सवाल खड़े किए, तो पार्टी का मीडिया संभाल रहे राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने उन्हें चेतावनी दे दी। जिसके बाद प्रमोद कृष्णम ने भी जयराम पर जोरदार पलटवार किया। इससे पहले भी रमेश और आचार्य प्रमोद के बीच एक मसले पर विवाद खड़ा हुआ था।

आचार्य प्रमोद कृष्णम और जयराम रमेश के बीच ट्विटर पर बयानों की जंग उदयपुर में हत्याकांड के बाद शुरू हुई। सबसे पहले आचार्य प्रमोद ने ट्विटर पर इसे लेकर अपनी ही सरकार और सीएम गहलोत को घेरा। उन्होंने लिखा, ‘धमकी मिलने के बावजूद भी “कन्हैया” को सुरक्षा उपलब्ध क्यूँ नहीं करायी गयी, क़ातिलों के साथ साथ “पुलिस” प्रशासन भी बराबर का दोषी है, SSP DIG के ख़िलाफ़ अभी तक कार्यवाही क्यूँ नहीं की गयी, क्या “राजस्थान” में “सरकार” का इक़बाल बिलकुल ख़त्म हो गया है…???’ आचार्य प्रमोद के इस बयान पर जयराम रमेश ने उन्हें चेतावनी देते हुए लिखा, ‘दूसरी बार लक्ष्मण रेखा पार करने से पहले एक बार तो सोचना चाहिए था आदरणीय प्रमोद त्यागी जी। जो आपने लिखा है वो वैसे भी तथ्यों से बहुत परे है।’ खास बात ये कि इस ट्वीट में जयराम ने आचार्य प्रमोद के असली उपनाम ‘त्यागी’ को लिख दिया। जबकि, प्रमोद अपने उपनाम का कभी उपयोग नहीं करते।

जयराम की तरफ से चेतावनी भरी भाषा में ट्वीट आते ही आचार्य प्रमोद कृष्णम भी उनपर हमलावर हो गए। उन्होंने भी ट्वीट का जवाब देते हुए सवाल खड़े कर दिए और जयराम रमेश के जरिए कांग्रेस को राष्ट्रधर्म की शिक्षा दे दी। प्रमोद कृष्णम ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘बेरहमी और “बर्बरता” से “क़त्ल” किये गये कन्हैया के लिये आवाज़ उठाना राष्ट्र धर्म है प्रभु, और राष्ट्र धर्म का निर्वहन करने से किसी को रोकने की चेष्टा “राष्ट्र द्रोह” कहलाता है.’। बता दें कि इससे पहले आचार्य प्रमोद ने उद्धव ठाकरे को महाराष्ट्र का सीएम पद छोड़ने की सलाह दी थी। जिसपर जयराम रमेश ने कहा था कि न तो कृष्णम कांग्रेस के आधिकारिक प्रवक्ता हैं और न ही उन्होंने पार्टी की ओर से ये आधिकारिक बयान दिया है। उस मुद्दे पर भी प्रमोद कृष्णम ने जयराम रमेश को करारा जवाब दिया था।

acharya pramod krishnam