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Joshimath: जोशीमठ से आई चिंता बढ़ाने वाली खबर, जेपी कॉलोनी के सोते से फिर तेजी से बह रहा पानी
एक खबर ये भी है कि फिलहाल जोशीमठ के नृसिंह स्वामी मंदिर में रखा बदरीनाथ का खजाना नहीं हटाया जाएगा। नृसिंह मंदिर में भी कुछ दरारें आई हैं। इन दरारों को फिलहाल खतरनाक नहीं माना गया है।
जोशीमठ। उत्तराखंड के भू धंसाव से प्रभावित जोशीमठ के बारे में और चिंताजनक खबर आई है। हिंदी अखबार दैनिक जागरण की खबर ये है कि यहां जेपी कॉलोनी में जो पानी का सोता फूटा था, उसमें जल प्रवाह तेजी से बढ़ा है। बीते 48 घंटे में सोते से पानी का प्रवाह ढाई गुना हो गया है। अब यहां प्रति मिनट 250 लीटर पानी निकल रहा है। ये पानी गाद यानी कीचड़ मिला हुआ है। पहले पानी का प्रवाह 550 लीटर प्रति मिनट था। बाद में ये घटकर 100 लीटर प्रति मिनट हो गया था। इससे लग रहा था कि हालात सुधर रहे हैं, लेकिन अब पानी का प्रवाह फिर बढ़ने से खतरे की आशंका भी तेज हो गई है।
जोशीमठ और आसपास के इलाकों में बारिश और बर्फबारी हुई है। माना जा रहा है कि जेपी कॉलोनी में सोते से पानी का तेजी से निकलना इसकी वजह भी हो सकता है। हालांकि, इस बारे में अभी और पड़ताल की जा रही है। उधर, उत्तराखंड के आपदा सचिव रंजीत सिन्हा के मुताबिक जोशीमठ में अभी सर्वे जारी है। उन्होंने बताया कि दरार वाले मकानों की संख्या अब 863 हो गई है। इन मकानों में अभी हाल में कोई नई दरारें नहीं देखी गई हैं। रंजीत सिन्हा ने बताया कि जो भवन खतरनाक हो चुके हैं, उनको मालिकों की सहमति से ही तोड़ा जाएगा।
एक खबर ये भी है कि फिलहाल जोशीमठ के नृसिंह स्वामी मंदिर में रखा बदरीनाथ का खजाना नहीं हटाया जाएगा। नृसिंह मंदिर में भी कुछ दरारें आई हैं। इन दरारों को फिलहाल खतरनाक नहीं माना गया है। ऐसे में बदरीनाथ मंदिर का प्रबंधन देखने वाले ट्रस्ट ने फिलहाल यहां से खजाना हटाने की अटकलों को गलत बताया है। खबर ये आई थी कि बदरीनाथ के खजाने को जोशीमठ के नृसिंह स्वामी मंदिर से हटाकर पांडुकेश्वर ले जाया जाएगा।