नई दिल्ली। देश उस समय को कैसे भुला सकता है जब सड़कों पर किसान आंदोलन कर रहे हैं। सड़कों पर हजारों-लाखों की संख्या में किसान, टेंट और वहीं बनता खाना ये वो यादें हैं जो हमें किसान आंदोलन की याद दिलाते रहेंगे। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीन कृषि कानूनों की वापसी के बाद से ही किसान अपने घरों को लौट चुके हैं लेकिन रह-रहकर ये मामला फिर आग पकड़ रहा है। इस मर्तबा मामले को चिंगारी देने का काम कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने किया है। जिन्होंने एक ऐसा बयान दे दिया है जिसके बाद किसानों का गुस्सा फिर से देखने को मिल रहा है। कृषि मंत्री के बयान पर किसान नेता ने तो यहां तक कह दिया है कि उन्हें दिल्ली आने में देर नहीं लगेगी। दरअसल, महाराष्ट्र के नागपुर में आयोजित एक समागम में कृषि मंत्री तोमर ने कृषि कानूनों को लेकर कहा, “हम ये कानून किसानों को और भी ऊंचा मुनाफा दिलाने के मकसद से लाए थे। किसानों के लिए ये एक बड़ा सुधार था लेकिन हम अभी एक कदम पीछे हटे हैं, सरकार फिर आगे बढ़ेगी।”
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर इस बयान के अर्थ कृषि कानूनों की वापसी को लेकर निकला जा रहा था। फिर क्या किसान नेता जगतार सिंह ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि वो दिल्ली से लौटे जरूर हैं लेकिन उन्हें वापस आने में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा। जगतार सिंह ने आगे कहा कि अगर हमारे किसान नेताओं ने एक आवाज दे दी, तो चाहे फिर दिल्ली हो या महाराष्ट्र, किसान फिर से उन्हीं स्थानों पर लाखों की तादाद में पहुंच जाएंगे। इसके आगे किसान नेता ने कहा कि हम उन कानूनों को लागू नहीं होने देंगे जो किसानों के हित में नहीं हैं। एक और किसान नेता हरजीत सिंह का कहना है कि कृषि मंत्री द्वारा इस तरह का बयान देना बिलकुल भी सही नहीं है। देश का हर नागरिक जागरूक है। ऐसे में किसान भी अपने साथ हो रहे अन्याय और हर के लिए लड़ाई लड़ने से पीछे नहीं हटेगा।
#WATCH | “I never said that,” said Union Agriculture Minister Narendra Singh Tomar on his reported remarks alluding that Govt will again bring farm laws (25.12) pic.twitter.com/kHNt9xrYXF
— ANI (@ANI) December 26, 2021
अपने बयान पर दी सफाई
अपने बयान पर बवाल होने के बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने सफाई दी है। तोमर का कहना है, “मैंने ये कहा कि भारत सरकार ने अच्छे कानून बनाए थे, अपरिहार्य कारणों से हमने उसे वापस लिया है, भारत सरकार किसानों की भलाई के लिए काम करती रहेगी।” वहीं जब कृषि मंत्री से ये सवाल किया गया कि आपने कहा था कि अभी एक ही कदम पीछे हटे हैं और सरकार नया कानून लाएगी तो तोमर का कहना है कि उन्होंने ऐसा कहा ही नहीं है ये गलत प्रचार है।